Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 47
________________ आगम संबंधी साहित्य अंग-सूत्रादि-अकारादि [क-कार + ख-कार + ग-कार ] प्रत सूत्रांक V१४ उपा. यहां ८आ. ९स. १.स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा. RESE अनु. देखीए 6 दीप ॥४१॥ % सूत्राधादि. सूत्रः सूत्राद्या सूत्रायादि. सूत्रे, सूत्रायः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायक को जाणइ विऊवातं . ९ २०७४ खुड्डागकड मनेरइयाण. | गयवसहसीहअभिसेय १२ ७०* १५ अंतकोधे माणे माया १० १५१* अणंतरं० कहिं गच्छंति ११२ ८४३ | गहणुग्गहम्मि अपरिग्गहस्स८ ३२२नि. को वेएई अकयं ९ ३४नि. खेरं बहुओघपयं ९ ४६ गंगासिंधुरचारत्तवति १० ६२९ |१६ प्रश्न. कोई च माणं च तहेव मायं ९ ३७७* खेतमि मि खेते ९ १०९नि. गंडी हवा कोढी ८ १४५ दि१७ विपा. कोहाइमाणं हणिया यवीरे ८ ८* | खेतोगाहणदल्वे १२ ३५० गता च तस्था अदुवा अगंता ९ ६८६२ खकार: | खेयमए से कुसलासुपने ९ ३५४* गंता य अगता य १ . ८ खणं जाणाहि पंडिए८ ७१ | गकार: | गंतुं ताय! पुणो गच्छे ९ १८८७ खवए य खीणमोहे ८ २२३नि. गढिए मिहुकहासु ८ ५१७ गथं परिणाय इहज्ज! धीरे ८ ९४| खतस्स देतस्स जिइंदियस्स ८२३१नि. गणणाए रज्जू खलु ९ १५४नि. गंथं विहाय इह सि० ९ ५८०* खधेसु दुप्पएसादिएसु ९ ८नि. गणियस्स य बीयाणं १० ११३७ गंथेहिं विवित्तेहिं ८ २७* HIखितं तु जाम खिते ८ २४६नि. गणियं निमित्तजुती ८ ३३६नि. गंथो पुन्बुदिडो ९ १२५नि. खीणमोहस्सणं ततो कम्मंसा१० २२६ | गम्भाइ मिज्जति बुयाबुयाणा९ ३९०* | गंधमल्लसिणाणं च ९ ४४९*131 खुड्डगपायसमासं ८ २२७नि गयउसमसीह १३ ३ | गंधारे गीतजुत्तिण्णा १० ५४ क्रमांक के लिए देखीए % % AAAAAAS 'सवृत्तिक आगम %45695% ॥४१॥ सुत्ताणि ~ 47~

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