Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 54
________________ आगम संबंधी अंग-सूत्रादि-अकारादि [ छ-कार ] साहित्य प्रत सूत्रांक देखीए दीप क्रमांक के लिए देखीए ८आ. ९सून सूत्राचादि सूत्र, सूत्राद्यका सूत्राधादि, सूत्रे, सूत्राद्यकः सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यकामा १४ उपा १० स्था. छउमत्थे णं० मणूसे तीय छट्टममासो अद्धमासो १२ २४७ | छद्दोसे अडगुणे १. ६६१५ अंत११ स. सिझिसु १ २ ४३ छट्ठस्स उक्खेवओ० कपिल्ल०१४ ३५ छन्नं च पसंस णो करे ९ १३९४ अनुः लि१६ प्रश्न छउमत्थे पं०मणूसे जे भविए. छटुंमि उ एग ८ २५५नि. छप्पिय जीवनिकाए ८ २२६नि से खीणभोगी? १२ २९० छट्ठाणा अणत्तवओ अहिता०१० ४९६ छलओ अवयक्खतो १३ ३० ॥४८॥ छउमत्थे पं०मणसे तीयमणतं१२ २०० | छट्ठाणाई छउमत्थे ण जाण०१० ४७८ | छ लेसाओ पण्णता १०-५०१०११-६ छउमत्थे गं० मणूसे तीयमणंत १२ २९२ छट्ठाणाई सव्वजीवाणं णो १० ४८५ छविधा कुलारिता मणुस्सा१० ४९७ छउमत्थे ण हसज्ज वार ११२ १८५ | छद्रेण उ भत्तेणं ८ १२१७ | छविधा गोयरचरिता पं०१० ५१४ छ ओमरचा पणाचा १० ५२४ | छट्टेण एगया भुंजे ८ १०१७ | छविधा पमायपडिलेहणा १० ५०३ छ कप्पस्स पत्थारा पण्णचा१० ५२८ | छट्ठोवि वग्गो पंचमवग्गसरिसो१३ १६० | छबिधा लोगद्विती पं० १० १९८४ छ कप्पस्स पलिमंधु १० ५२९ | छ तारग्गहा पण्णचा १० ४८१ | छविधे आउयबंधे पं० १० ५३६ छक्कं पर इक्किक्कं ८ ३२८नि. छत्तीसं उत्तरज्झयणा ११ ३६ | छबिधे भावे पण्णचे १० ५३७ छज्जीवणिया पढमे ८ १५नि. छ दिसिकुमारिमहत्तरि० १० ५०७ | छबिहा आइआरिया मणुस्सा१० ४०* ॥४८॥ छज्जीवनिकाया पण्णता १० ४८० | छबिसाओ पण्णचा १० ४९९ । छबिहा इडीमंता मणुस्सा १० ४९१ FACCCCCCCCCADAR -5-15ऊ 'सवृत्तिक आगम न सुत्ताणि ~54~

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