Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 57
________________ आगम संबंधी अंग-सूत्रादि-अकारादि [ ज-कार ] साहित्य प्रत सूत्रांक यहां देखीए १४ उपा. १५ अंत अनु. १६ प्रश्न १७ विपा. १३वा. CATEGORIES दीप क्रमांक के लिए देखीए ८आ. ९स. सूत्रायादि. सूत्रे. सूत्राद्यका सूत्राद्यादि.सूत्रे. सूत्रायका सूत्राचादि सूत्रे. सूत्राधा १०स्था जति णं भंते ईसाणे देविंदे १२ १३१ जति णं भंते० णायाणं एगूण- जति ण मंते पन्नरसमस्स १३ ११२ ६१ स. जति णं मैते ! उक्खेवओ १६६ वीसा अज्झयणा १२ म. १३ ६ | जति ण भंते पंचमस्स १३ ६८ कागदीए जति ण भते तच्चस्स नाय०१३ ५७ | जति णं भंते. बारसमस्स १३ १०० जति भंत. एकारसमस्स १३ ९८ जति णं भंते तच्चस्स जति णं भेत सत्तमस्स नाय०१३ ७० ॥५१॥ | जतिण मतेचउत्थस्स नाय०१३ ५८ बग्गस्स जतिक मते ! सत्तम० १५ १६ जति णं भैते. चउत्थस्स जति मते तेरसमस्स १३ १०२ जति णं मते ! सत्तरसमस्स १३ १४२ जति णं भंते ! दसमस्स १३ ९७ जति णं मैते. सोलसमस्स १३ १३८ वग्गस्स १५ ९ जतिण भंते! दसमस्स उ० वद्ध- जति तच्चस्स उक्खेवतो १५४ जति मते! चमरे० पभू १२ १२६ माणपुरे जति दोच्चस्स वग्गस्स १५ । विकृवित्तए जति णं भतेन्दोच्चस्स नाय०१३ ५० जतुकुंभे जोइउवगूढे ९ २७३७ जति ण मते ! चोइसमस्स १३ १११ | जति णं भंते! दोच्चस्स बग्ग०११६ ३ जत्थऽथमिए अणाउले ९ १२४* 18 जति णं भैते छगुस्स नाय०१३ ६९ १३ १५६ जत्थ णं भंते! एगे पुढविकाइ| जति णं भंते णवमस्स १३ ९६ । जतिणं भंते! पढमस्स वग्ग०१३ ३७।१५५ / एओगाढे तत्थ ण केवतिया१२ ४८३ 'सवृत्तिक आगम GURE सुत्ताणि ~57~

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