Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 102
________________ आगम संबंधी साहित्य अंग-सूत्रादि-अकारादि [प-कार] प्रत सूत्रांक ८आ. ९सू. १०स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा. देखीए &१६ प्रश्न दीप क्रमांक के लिए देखीए eGREADACEBOOCATE सूत्राचादि सूत्र, सूत्रयः। सूत्राचादि. सूत्रे. सूत्राचा सूत्राधाकि, सूत्रे. सूत्राथमा १४ उपा. | पडिवज्जित्तु चरितं ८ १३०७ पढम होड अहिंसा १. १०७ पढमे संथव संलव० ९ ५६निदा१५बत पडिसेवण दोसाऽऽलोयणा य१२ १०३% | पढमा होइ सुभदा ११ १२४० | पढमे संबोहो अनिच्चया ९ ४.नि.. [पडिसेहणगारस्सा ९ २०३नि पढमित्थ विमलबाहण १० ७८७ | पढमे सुत्ता असंजयात ८ १९७नि | पढमे उवागमण निग्गमो ८ ३१४नि. पणतीस सच्चवयणाइसेसा ११ ३५ पढमदोच्चपंचमासु० अट्ठा पढमे महणं बीए ८ ३१८नि पणया वीरा महाबीहिं ८ २१ र । वन निरयावास०११ ५८ | पढमत्थ उसमसेणे ११ ११४२ | पण्णरससु अझयणेसु १४.नि. पढमसमयकडजुम्म २ एगि० पढमेत्य वारणाभे ११ ८५७ पण्णवगदिसट्ठारस कओ उवव० १ २ ८५८ | पढमेत्थ विमलवाहण ११ ७७* पण्णवगदिसाए पुण ८ ६२नि. | पढमसमयजिणस्स ण चत्वारि । | पढमे दंडसमादाणे अड्डा पण्णसमते सया जए ९ कम्मंसा १० २६८ | दंडवत्तिएति ९ १८ | पाहावागरणे ण एगो सुय०१७ पढमसिवा सुयी तह ११ १९८७ | पढमे नियगविहुणणा ८ २४९नि. पत्ते कसिणे आया पढममि य पडिलोमा ९ ४९नि. पढमे विसाह मायंदिए य १२ ७८० | पत्तेया पज्जचा सेदए ८ १३४नि. पढममि सव्वकामं १५ ११ पढमे सम्मावाओ ८ २१४नि. पत्तेया साहारण १२८नि 'सवृत्तिक आगम सुत्ताणि ~102~

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