Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 100
________________ आगम संबंधी अंग-सूत्रादि-अकारादि [न-कार ] साहित्य प्रत सूत्राक १४ उपा. | १५ अंत देखीए HNDIA १६ प्रश्न १७विपा. ॥९४॥ दीप क्रमांक के लिए देखीए ८आ. ९स.टी सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायः सूत्र.द्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यका सूत्राद्यादि. सूत्रे, सूत्रायः १० स्था. नेरइयाण० किं आओवक्क नेरइयाण जीवाओ किंच- | नेरइया पं० पाये कम्मे जे य क११ स. | मेणं उववज्जंति परोव०११२ ६८७ लिय कम्म बंधति २ १२ १५ । डे३ सच्चे से दुक्खे. १२ २९४ १२ भ. । नेरहया गं० किं एगचं पभूवि- नेरइया णजे पोग्गले अच० | नेरइयाण पुन्वाहारिया | उम्बित्तए १२ २०८ | आहारैतिते किं आयसरीर- | पोग्गला परिणया! १२ ११ | नरहया पं० किं कतिसंचि०१२ ६८८ | खेत्तोगाढे १२ २५७ नेरइयाण० पुग्वाहारिया नेरइयाणं कि वीयीदब्बाई नेरहयाण जे पोग्गले आहार पोग्गला चिया १२ १२ | आहारेंति अवी०१ १२ ११८ ताए गेहति तेसिग कति- | नेरइयाण. सव्वे समाहारा १२ २२ भनेरइया f० किं सचिचाहारा१२ ४८७ | भाग आहारेंति २१ १२ ६२३ | नेरतिता दुगतिता १० ७८ नेरइया पं० किं सारंभा२०१२ २१८ नेरइया ण. जे पोग्गले तेया- नेरतिया दस ठाणाई पच्चणु०१२ ५१५ | नेरइयाण०कि सासया असा०१२ २७९ । कम्मत्ताए १२ १४ | नो कप्पइ निग्गंथाण उदिरानेरइयाण केवइकालं ठिई १२ १० | नेरइयाणं तओ लेसाओ १० १३२ । डाओ०पंच महण्णवातो०१० ४१२ | नेरइयाण केवइयं कालं ठिई११ १५१ | नेरइयाणं ततो सरीरगा प०१० २०७ | नो कप्पड निग्गंथाण अबनेरइयाण केवइयं कालं लिई१२ ४२६ नेरइया णं दसविध वेयणं १० ७५३ । तणाई वदितते १० ५२७ KISHANACEA-%ACADA-% ९४॥ 'सवृत्तिक आगम सुत्ताणि ~100~

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