Book Title: Ang Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम
संबंधी
अंग-सूत्रादि-अकारादि
[च-कार ]
साहित्य
प्रत सूत्रांक यहां देखीए
१२ म.
१३शा
दीप क्रमांक के लिए देखीए
८आ. ९स. सूत्रागादि. सूत्रे. सूत्राद्य सूत्राद्यादि. सूत्रे. - सूत्रायः सूत्राचादि. सूत्रे, सूत्राघम १४ उपा. १० स्था. चिउविहे संजमे १० ३१० चउहि ठाणेहिं लोगंधगारे १० ३२४ | चत्तारि उदगा
३५८ १५ अंत|चउबिहे संवासे , १० ३५३ | चउहिं ठाणेहिं संते गुणे १. ३७० चचारि उसमा १० २८१ चउबिहे संसारे०णरतिय०१० २९४ | चउहिं ठाणेहिं हामुप्पत्ती १० २६९ | चत्वारि एक्का
१० २१७ १६ प्रश्न. | चउब्बिहे संसारे० दव्व० १० २६१
IP१७विपा. | चक्कट्ठपइट्ठाणा १० १२१७ | चत्तारि कती १० २९८ ॥४४॥ |चउच्चीस देवाहिदेवा ११ २४ चक्कागं भज्जमाणस्स ८ १३९नि. चत्तारि करंडगा १. ३४८
चउसठ्ठीए ण असुरकु०ठिइ०१२ ४८ चक्खिदियदुईतत्तणस्स १३ ३६ | चत्वारि कसाया ११-४११०-२४९ | चउसट्ठी असुराणं ११-६८५१२ १०* चत्तारि अगणीओ समार० ९ ३१२७ | चत्तारि कुंभा
१० ३६० चडहिं अस्थिकाहिं १० ३३३ चत्तारि अस्थिकाया अजीव०१० २५२ | चत्तारि कूडागारा १० २७५
चउहि ठाणेहिं अहुणोवबो १०-२४५/३२३ चत्तारि अवायणिज्जा १. ३२६ । चत्तारि केतणा, &चउहि ठाणेहिं जीवा य १० ३३७ | चत्वारि अंतकिरियातो १. २३५ ।
चाहिं ठाणेहिं णिग्गथे णिग्गं०१० २९० | चत्तारि आवत्ता पण्णत्ता १. ३८५ | चचारि गोरसविगतीओ १० २७४ Xचउहि ठाणेहिं णरतियत्ता १० ३७३ चत्तारि इंदियत्था पुड्ढा वेदेति१० ३३६ | चत्तारि घुणा
२४३ IMIचउहि ठाणेहिं निग्गंधाण वा१० २८४ । चत्तारि उदकगम्भा० ३७६ । चचारि जाणा ।
॥४४॥
'सवृत्तिक आगम
३२०
सुत्ताणि
~50~

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