Book Title: Anekant 1975 Book 28 Ank Visheshank Author(s): Gokulprasad Jain Publisher: Veer Seva Mandir Trust View full book textPage 7
________________ २२९ ११७ १३३ १५२ २२५ ५७ निर्गण रहस्य-भावना और जैन रहस्य-भावना -डा० पुष्पलता जैन जैन न्याय-परिशीलन -डा० दरबारीलाल कोठिया जैन साहित्य कुन्दकुन्दाचार्य और उनकी रचनाएं -श्री प्रेमचन्द जैन जैन कवि कुशललाभ का हिन्दी-साहित्य को योगदान -डा. मनमोहन स्वरूप माथुर भारतीय वाङ्मय को प्राकृत कथा-काव्य की देन -डा० कुसुम जैन छुनकलाल कृत नेमि-ब्याह -श्री कुन्दनलाल जैन इसि-भासियाई-सूत्र का जापानी अनुवाद -श्री चन्द्रशेखर प्रसाद दर्शन-सार का हिन्दी-पद्यानुवाद -श्री कुन्दनलाल जैन उपाध्याय यशोविजय : व्यक्तित्व एवं कृतित्व -श्री गोकुल प्रसाद जैन कुछ प्राचीन जैन विद्वान् -पं० परमानन्द जैन जैन इतिहास एवं राजनीति महाराज प्रशोक मौर जैन धर्म -श्री दिगम्बर दास जैन वैशाली गणतन्त्र -श्री राजमल जैन मगध और जैन संस्कृति -डा. ज्योति प्रसाद जैन अहिंसा : प्राचीन से वर्तमान तक -श्री जगन्नाथ उपाध्याय यापनीय संघ पर कुछ पौर प्रकाश -डा० आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये जैन पुरातत्त्व एवं कला शिल्प-कला एवं प्रकृति-वैभव का प्रतीक : अमर सागर -श्री भर चन्द्र जैन उड़ीसा में जैन धर्म एवं कला -श्री मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी मध्य प्रदेश की प्राचीन जैन कला -प्रो० कृष्णदत्त वाजपेयी महावीर स्वामी : स्मृति के झरोखे में -श्री शिवकुमार नामदेव तीर्थकरों के शासन देव और देवियाँ -पं० बलभद्र जैन जैन संस्कृति और मौर्यकालीन अभिलेख -स्व. डा० पुष्यमित्र जैन भारतीय संस्कृति को जैन कला का योगदान -श्री नीरज जैन मैन-विज्ञान हरिवंश पुराण में शरीर-लक्षण -श्री राजमल जैन विज्ञान मोर महावीर की महिंसा -श्री शम्सुद्दीन जैन ज्योतिष-साहित्य : एक सर्वेक्षण -स्व. डा. नेमि चन्द्र शास्त्री विविधा पुस्तक-समीक्षा -श्री युगेश जैन १७१ २४४ ११५ १३६ १५८ १७८ २०४ २५४ - वार्षिक मूल्य ६) रुपये महावीर निर्वाण विशेषांक का मूल्य १०) रुपए जो सबस्य इस विशेषांक से मनेकान्त के ग्राहक बनेंगे, उन्हें यह विशेषांक प्राधे मल्य में दिया जाएगा।Page Navigation
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