Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 14
________________ आ. ९ ८ १० स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा. ॥ १० ॥ सूत्रे. सूत्राद्यादि. अरहतो णं अरिट्ठनेमिस्स ० अमातो पुरिसजुगातो १० अरहतो णं अरिनेमिस्स० अट्ठ सया वादीणं १० १३ अरहंत सिद्धपवयण अरहंताणं महापड़मे अट्ट रायाणो मुंडा १० अरहतो णं अरिनेमिस्स चत्तारि सया चोहसपु० १० अरिहंत चकवट्टी अरुणप्पभ चंदप्पभ ११ अरुणे अरुणाभे खलु अलंबुसा मितकेसी ९ १४ १० सूत्राद्यादि. सूत्रे. अलूसए णो पच्छन्नभासी ९ अलोगागासे णं० किं जीवा ११२ अवरे गिण्दसु तो १० अवरेण पुवि न सरंति एग्रे८ अवसेसा सुवन्नकुमाराई० जहेव नामकुमारा १२ अवि झाइ से महावीरे ८ अवि धूयराहि सुहाहिं ९ अवि य हणे अणाइय० ८ १४९ नि. अवि हु भारियक्रम्मा ९ ९० * अवियाई मे गोयमा! मुट्ठि६ * are केसर वीइत्था १२ १०४ * | अवि साहिए दुवे मासे ८ ३८१ सूत्राद्यङ्कः ६२० ६५१ ४ * ६२५ सूत्राचकः ६०५ * १२१ ९१ * ११ * सूत्राद्यादि. सूत्रे. अवि साहिए दुबे वासे ८ १४५ १०० * सूत्राचक: ५२ * ८ अविसुद्ध लसेणं देवे असमोहरणं देवं • जाणति ? १२ अवि सूइयं वा सुक्कं वा ८ ७०१ अवि से हासमासज्ज १०८ * अवि इत्थपायछेदाए ९ २५९ * अवि हम्म्रमाणे फलगावतट्ठी ९ १०३ * अवतरूवं पुरिसं महंतं ९ १६० नि. अब्बोगst उ भणिओ ८ असमणुत्रस्स विमुक्खो ८ असंखेज्जेसु णं० पुढविक्काइयाणं केवतिया ठितिठाणा १२ ४९ २५३ १०७ * & * २६७ * ४१० * ७१५ * २९२ नि. २५२नि. १४ उपा १५ अंत अनु. १६ प्रश्न. १७ विपा. ॥ १० ॥

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