Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 82
________________ A USAUR ८आ.९सूता सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यकः सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यकः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रद्यङ्काः १४ उपा. ०१स्था. तिविहे लोगे - १० १५३ तिहिं ठाणेहिं मायी मायं क११० १६८ | तुज्झ य विगयघणविमल. १३ २८* |१५ अंत११ स. तिविहे वयणे १० १७५-१९३ तिहिं ठाणेहिं लोगंधयारे १० १३४ | तुब्भे भुजह पाएसु ९ २१५* १२ भ. १६ प्रश्न. तिविहे ववसाए १. १८५ तिहिं ठाणेहिं वत्थं धरिज्जा१० १७१ तुमंसिणं जाया अम्हं एगे पुत्ते१३ २७ १३ ज्ञा. १७ विपा. तिव्वं तसे पाणिणो थावरे य९ ३०३* तिहिं ठाणेहिं समणे महानि०१० २१० तुमंसि नाम सच्चेवजं ८ १६५ ॥७८॥ तिसंठिया विमाणा १० १८० | तिाह ठाणाह साहाम्मय १० १८० १० १७३ | ते अन्नमन्नस्स उ गरहमाणा ९ ६८०* | तिहिं ठाणेहिं अच्छिन्ने १० १३८ तिहिं ठाणेहिं संपण्णे १० १३६ तेइंदियाणमट्ट जातीकुल० १० ६५९ | तिहिं ठाणेहि अप्पवुट्ठीकाते१० १७६ तिंदुगपाडलजंबू १०९* तेइंदियाणं भंते! कओहिंतो०१२ ७१० तिहिं ठाणेहिं अहुणोववन्ने १० १७७ तीसं मोहणीयठाणा ११ ३० तेउक्काइयाणं भते कओ० १२ ७०६ । 8| तिहिं ठाणेहिं जीवा अप्पा० १० १२५ | तीसा य पण्णवीसा ११ ६७* | तेउस्सवि दाराई ८ ११६नि. दा कम्म पगरिति | तीसा य पत्रवीसा १२ ९* | ते एवमक्खंति अबुज्झमाणा ९ ५४० ।। PIतिहिं ठाणेहिं तारारूवे चलिआ१० १३३ | तीसे ण चपाए. पुण्णभद्दे १३ २ ते एवमक्खंति समिच्च लोग ९ ५४५* 1 | तिहिं ठाणेहिं देवेचतिस्सा०१० १७९ तीसे णं समाए भारहे० मणु ते चक्खु लोगसिह णायगा३९ ५४६* ॥७८॥ तिहिं ठाणेहिं देसे पुढवीए १० १९८ | याण केरिसए आगार०१२ - २८७ | तेणं० अज्जमुहम्मे समोसरि१४ २ SEEN RECRUA-% ११ 4- CUSTOCC A..

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