Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 141
________________ CIRC अनु. ८आ. ९स. सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्या सूत्राधावि. सूत्रे. सूत्राय सूत्राधावि. सूत्रे. सूत्रायःपा . १.स्था. | से मि उच्चारपासवण से मि० गाम वा जाव राय०८ २४० से भिजाई० उग्गकुलाणि ४ २३४ |१५ अंत११ स. किरियाए से मि०गामा अस से से भिजाई पूणवत्थाई ८ ३६८ १२ म. से मि. उच्चारपासवणेण ८ २९८ | नावासंतारिमे ८ ३४१ से मिजाव समाणे सिया ८ ४७७ १६ प्रश्न. से भि० उच्छुमेरगं वा ८ २७० से भिगामा० पुरओ ८ ३३७ से भिन्तणपुंजेसु वा ८ २९९ १७ विपा. ॥१३०॥ | से भि० उदगंसि पवमाणे ८ ३४५ से भिगाहापुन्यामेव पेहाए८ ३७६ से मिलतहप्पगाराई सद्दाई ८ ३६२ से भि०उवस्सयं जा अस्संजए८ २८८ से भिगाहावइकुलस्स से मि.तिव्वदेसियं वासं ८ २४३ से भि उवस्सयं जा खुडियाओ८ ३११ दुवारबाई ८ २५१ से भिन्नावं दुरूहमाणे ८ ३४२ | से भि० कसिणाओ७ २२५ से भिगाहावइकुलस्स मज्झं०८ ३१५ से भिन्नो अनउत्थिएण वा८ २२७ से भिक्खं परिक्कमिज्ज वा ८ २०० से भिगाहावइकुलं पविसिउ०८ २४२ से भिन्नो अन्नउत्थियस्स वा८ २२८ ट्र से भिक्खू परिक्कमिज्ज वा ८ १९९ से मिगोणं वियालं ८ २५० से मिनो एवं वइज्आ नभो दे. से भि. खत्तियाण वा ८ २४४ से भि० जस्सुवस्सए ८ ३१३ | वित्ति वा ८३५८ | से भि० खधंसि पा ८ से भि जहा वेगइयाई रूवाई८ ३५९ से मिन्नो गाहावइदुवारसाहं८ २५५ x ॥१३७॥ | से भिखीरिणियाओ ८ से मिजंघासतारिमे ८ ३४७ । से भिनो परेहिं सद्धिं ८ ३४६ पिऊन%%%AE% %2% A E% 5 E

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