Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 143
________________ ८आ. ९सू, १०स्था. ११ स. १२ म. १४ उपा१५ अंत. अनु. | १६ प्रश्न १७ विपा. १३ ज्ञा. - Rec-PASCRC-R ॥१३९॥ सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राधङ्कः। सूत्राधादि. सूत्रे. सूत्राद्यङ्कः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राधङ्कः से मइमं परिनाय ८ ९५ से सम्बदंसी अभिभूयनाणी ९ ३५६* से हु परिनासमयंमि वट्टई ८ १४४* से यनो सुलभे फासुए उंछे ८ ३१० सेसं जहा चुलणीपियस्स १४ ३४ सोइदियदुद्दतत्तणस्स १३ ३४* | सेला सलिला य समुद्दा ११ ६२* से साई दागई०एवं आउद्दसे ८ ११५नि. सोऊण जिणवरमतं ९ १८ नि. सेलेसिं पडिवनए णं. सेसाई दाराई एवं उद्देसे ८ १२५ नि. सोए पंचविहे पण्णत्ते १० ४४९ | अणगारे सया समियं सेसाई दाराई एवं तसकायमी८ १६३ नि. सोच्चाणं भंते ! केवलिस्स हा एयति०१ . १२ ५९९ सेसाई दागई एवं वण्णस्सईए८ १५१ नि. वा. केवलिपन्नत्ते धम्म ८ ६२ सेसाई दाराई एवं वाउद्देसे ८ १७१नि. लभेज्जा सवणयाए? १२ ३६९ से वसुमं सबसमण्णागय० | से सिया परो सुद्धेणं ८ ३९६ सोच्चा भगवाणुसासणं ९ १५६* || से वंता कोहं च माणं च ८ १२२ |से सुच्चई नगरवहे व सद्दे ९ ३१७* सोच्चा य धम्म अरहंतभासियं९ ३८८* |से वारिया इत्थी सराइभत्तं ९ ३७९* | से सुद्धसुत्ते उवहाणवं च ९ ६०६* | सोत्थिते त अमोहे य १० १०१* | सेवालकत्थभाणि य अवए ८ १४१ नि. से सुपडिबद्धं सूवणीयंति ८ १५१ सोलस एए रोगा८ १६* से वीरिएणं पडिपुन्नवीरिए ९ ३६०* | सेहंति यणं ममाइणो ९ १०७* सोलस तिरियदिसाओ . ८ ५९ नि. द से समणुन्ने असमणुनस्स ८ २०२ । सेहु चक्खू मणुस्साणं ९ ६२०* | सोलसमे अजायणे ९ १४१ नि. नरव ॥१३९॥ ae

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