Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 120
________________ ८आ. ९सू. १० स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा. ॥११६॥ सूत्राद्यादि. | लज्ज० वाउकम्मसमा० लद्वे अट्ठे अहो एव तुभे ८ ९ लद्धे आहारे अणगारो लद्धे कामे पत्थैज्जा लक्षणस्स णं समुदस्स पुर० ११ लवणे णं० किं उस्सि ० १२ लवणे णं० केवतियं चक्कवा० १२ १२ सूत्रे. लवणे णं केवतिया चंदा० लवणे णं समुद्दे दो जोο लवणे णं० सूरिया उदी० लाघवियं आगममाणे | लाढेहिं तस्सुवसग्गा लित्ता तिब्बाभितावेणं सूत्राद्यङ्कः | सूत्राचादि. ५९* लेसा यदच्च संठाण ११ १२ सूत्रे. ८ ९ ७०२* | लेस्सा य गन्भपुढ़वी ९९ लोइयलोउचरिओ ४६८* लोए णं० केमहालए प० १ १२८ २५० १८१ ३६२ १२५ १७८ लोगवा शिसामिज्जा लोगस्स उ को सारो ? लोगस्स णं० एगंमि आगासपए० करे० २ लोगस्स णं एगंमि आगा सप० जे एगिं० अन्न० आबाई वा० १ ८ २१० ८ ८३* लोगस्स य निक्खेवो ९ २१६* | लोगस्सय विजयस्स य १२ १२ ९ १२ ९ ८ १२ १२ ८ ८ सूत्राद्यङ्कः सूत्राद्यादि. ९३* लोगस्स सार धम्मो ८१* लोग च आणाए अभिस० १०१नि. लोगंमि कुसमएस य ४२० लोगागासपएसे सूत्रे. ८०* लोगे चउव्विहंमी २४३नि. लोगोत्ति य विजअत्ति य लोगो भणिओ दव्वं ४२२ लोभाणु वेययंता सूत्रायङ्कः २४४नि. ८ ८ २२ ८ २४१नि. ८ ८८नि. ८ २४७ नि. ८ १७४नि. ८ १७६नि. १२ १०१* ९ ७१७* लोयं अयाणित्ति केवलेणं लोयं च खलु मए अप्पाह लोयंते भंते! अलोयंत फुस०१२ ४२१ ५२ १७५नि लोयं विजागंतिह केवलेणं ९ ७१८* १७३ नि. लोयंसि जाण अहियाय ८ १०७ ९ ९ R-K * G Spe १४ उपा १५ अंत अनु. १६ प्रश्न १७ विपा. ॥ ११६ ॥

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