Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 105
________________ ८आ. ९सू. १.स्था. ११ स. १२ म. १३ ज्ञा. ॥१०॥ 1566155 सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राधङ्क सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायः सूत्रायादि. सूत्रे. सूत्रायका पंचहिं०समणे णिग्गथि गिण्ह- पंथो मग्गो पाओ ९ १९५नि. पावोवरए अपरिग्गहे ८ २४८नि. ६१५ अंत माणे० णातिकमति १० ४३७ पाओ सिणाणादिसु णस्थि०९ ३९३* पासत्थोसण्णकुसील ९ १०२नि. । अनु. पंच हेऊ पण्णत्ता |पागन्भि पाणे बहुणं तिवा०९ ३०४* | पासस्स णं अरहओ०छ सता १६ प्रश्न. पंच हेऊ पण्णत्ता १२ २१९ पाणवहो नाम एस निच्चं १७ १ वादीणं १० ५२० १७ विशा. पंचिंदियतिरिक्खजोणि पाणहाओ य छत्तं च ९ ४५४* | पासस्सणं अरहओ०अट्ठ ग०१० ६१७ या चउगईया १० ३६७ पाणाइवाते वटुंता ९ २३२* पासस्स णं अरहओ अट्ठतीस | पंचिंदियतिरिक्ख० कओ० १२ ७१२ | पाणा देहं विहिंसंति ८ २६* | अज्जियासाहस्सीओ ११ ३८ पंचिंदिया णं जीवा०पंचवि०१० ४३० | पाणिणा संपिहिताणं ११ २३* पासस्सणं अरहओ अद्भुट्ठ * पंचिंदियाणं जीवाणं दस०१० ७१५ | पाणिवह मुसावाए ८ ३३१नि. सयाइं चोद्दसपु०संपया ११ १०५ पंचव अणुपुवी - १२ ५८* पाणे य नाइवाएज्जा ९ ४२९ । पासस्स णं अरहओ तिनि सय पंचेव य उज्झिचा १७ ८* | पाणेहि णं पाव विओजयंति ९ ३१८ । साविया संपया ११ १२६ पंडिए वीरियं लद्धं ९ ६२८* | पायच्छेयण भेयण ८ ९७ पासह एगे रूवेसु गिद्धे ८ १४६ ॥१०॥ |पंतं लुहं सेवंति ८ १०० पावाई कम्माई पकुव्वतेहिं ९ ३९७* I पासावच्चिज्जो पुच्छियाइओ९ २०५नि. DOOCHUREGAON -15%

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