Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 115
________________ ८आ. ९सू. १०स्था. ११ स. १२ म. १३ ज्ञा. ॥१११॥ ॐॐॐ%95% सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रद्यङ्काः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्या सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राघ १४ उषा. मंदरचूलिया गं बहुमझ० १० ६४० मागधस्स गं जोयणस्स १० ६३४ पडिवनस्स अण. निच्चं १५ अंतमंदर मेरु मणोरम ११ १४* | माणुसुत्तरेणं पव्वते मूले १० ७२४ । बोसट्टकाये २ १२ ३९८ अनु. | मंदरस्स णं पव्वयस्स पुर० ११ | माणुसुत्तरस्स प० चत्ता०१० ३०० माहणा खत्तिया वेस्सा ९ ४३८१६ प्रश्न. मंदरस्स णं पव्वयस्स प० ११ | मा पच्छ असाधुता भवे ९ ४११७ विपा. ९ माहणा समणा एगे १४६* मंदरेणं पव्वए णवणउइजो|मा पेह पुरा पणामए ९ १३७% माहणा समणा एगे | यणसहस्साई उड्ढे ११ माहिदेणं कप्पे अढ विमाणा०११ १३ मायण्णे असणपाणस्स ८ ६१* | मंदरेणं पव्वए धरणितले ११ माहे उ हेमगा गब्भा मायर पियरं पोस मंदस्सावियाणओ मिगसिर अद्दा पुस्सो ११ | मंसस्स केइ अट्ठा ८ १६नि माया पिया ण्हसा भाया ९ २४१४ मिगसिर अद्दा पुस्सो ११ | मंसाईपरिभोगो ८ १६०नि. माया मा माया मेत्ति पिया मे ८ १९५नि. | मिगसिरमदा पुस्सो १० | मंसाणि छिन्नपुव्वाण मायाहिं पियाहिं लुप्पइ ९ ९१* मिच्छदिद्विनेरइयाण कहिं०१२ ८१० | माइणो कटुमायाय १४१५ मालाविहारंमि मएऽज्ज दिट्ठाद २३०नि. मिच्छादिद्रीहिवि चत्वारि १२ ८४० ॥११॥ मा एयं अवमन्नता ९ २३१* मासियष्णं भंते भिक्खुपडिमं मित्तदामे सुदामे य ११ ७५* CARROREGIS *

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