Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak
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८आ. ९. १.स्था. ११ स.
अनु. १६ प्रश्न.
१३ ज्ञा. ॥२९॥
सवा ९
सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यङ्कः सूत्राद्यादि. सुत्रे. एगे पुण्णे १० ११ एगे मणे देवासुर० १० | एगे बंधे
एगे मरणे एगे भवं दुवे भवं ६१ १२ । एगे मोक्खे एगे भंते! जीवत्थिकायपदेसे एगे लोए केवतिएहिं धम्म पुढे ११२ ४ एगे सद्दे एगे रूवे
एगे भंते!दव्वे किं पयोग०१२ ३१ एगे समए जाएगे भंते! धम्मत्थिकायपदेसे
एगे समणे भगवं महा० १० ३ धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्यं १२ ११८ एगे संवरे
एगे भंते! धम्मत्थिकाय० पदेसे एगे संसुद्धे अहाभूए १० | केवतिएहिं धम्म० पुढे ? १२ ४८१ एताणि सोच्चा णरगाणि ९ एगे भंते! पोग्गलत्थिकाय
एताणुवीति मेधावी ९ पएसे किं दव्वं ८१ १२ । | एते उ तउ आयाणा ९ एगे मणे
१०
| एते ओघं तरिसंति ९
सूत्राद्य सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यङ्कः १४ उपा. ४१ । एते चेव य दोसा ९ ६१नि. १५ अंत
एते जिया भो न सरणं ९ । एते पुव्वं महापुरिसा ९
१७ विपा. एते भो कसिणा फासा ९ एते सद्दे अचायंता एते संगा मणूसाणं एतेसि णं अट्ठण्हं कण्हराईणं असु ओवा० अट्ठ लोगंतिय१२ २४२
एतेसिणं सत्तसराणं १० ३५० * एतेसिं हत्थीणं १० १७ *18/ ७२* | एतेसु बाले य पकुव्वमाणे९ ५४ * | एतेहिं छहिं काएहिं ९ ४४५ २४२ * | एतेहिं तिहिं ठाणेहिं
१४
* * * * ACAUSESCORRORECE
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८७*
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