Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 64
________________ ८.९सू. هه ॐनमनऊ5 १२ भ. س ॥६० ॥ AACAREERS . सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राधङ्कः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यकः सूत्राद्यादि. सूत्र. सूत्राद्यक: १४ उपा. जीवेणं सया समियं एयति | जे इमे० असन्निणो पाणा. जे केइ बाला इह जीवियट्टी ९ ३०२* १५ अंततं तं भावं परिणमति ? १२ १५२ | एए अंधा० अकामनिक जे केइमे अगारत्था ८ ४८* अनु. १६ प्रश्न. || जीवो छक्कायपरूवणा८ ३५नि. रणं वेदणं वेदंतीति० १ १२ २९१ जे केइ लोगमि उ अकिरिय ९ ४८८% 13 १७ विपा. || जुद्धारिहं खलु दुल्लहं८ १५५ जे इह आरंभनिस्सिया ९ १५१* जे कोहणे होइ जगट्ठभासी ९ ५६१* || जुवती समणं बूया ९ २७१* जे इह सायाणुगा नरा ९ १४६* जे कोहदंसी से माणदंसी ८ १२६ । जे अ आहम्मिए जोए ११ ५१% | जे उ संगामकालंमि . ९ २०९* जे खलु भो! वीरा ते समिया८ १४१ । जे अ माणुस्सए भोए ११ ५२* | जे एग जाणइ से सव्वं ८ १२३ जे गरहियं ठाणमिहावसंति ९ ७१९* जे आयओ परओ वावि णचा ९ ५५३* जे एय उंछं अणुगिद्धा ९ २५८४ जे गुणे से आवढे ८ । जे आया से विनाया ८ १६६ जे एय चरंति आहियं १३६* | जे गुणे से मूलट्ठाणे ८ । जे आवि अप्पं वसुमंति मत्ता ९ ५६४* | जे एयं नाभिजाणंति ९ ४०* जे छेए से सागारियं न सेवइ ८ १४५ ले जे आसवा ते परिस्सवा ८ १३१ जे कहाहिगरणाई ११ ५०* जे जिणवरा से अईया ८ २२५नि. जे इमे अज्जत्ताए समणा० जे केइ खुद्दगा पापा ९ ६४१* | जे ठाणओ य सयणासणे य ॥६ कस्स तेयलेस्सं वीतीवयंति?१२ ५३७ । जे केइ तसा पाणा ९ ८३* जे णं० परं अलिएणं० . ९ ५८४*टा ॥

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