Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 55
________________ ८आ. ९सू. १० स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा. ॥ ५१ ॥ सूत्राद्यादि. सूत्रे. जति णं भंते ईसाणे देविंदे १२ जति णं ते! उक्खेवओ १६ सूत्रायङ्कः | १३१ ६ कागंदीए जति णं मंत० एक्कारसमस्स १३ जति णं मंत० चउत्थस्स नाय०१३ | जति णं भंते ० चउत्थस्स वग्गस्स १५ ९ जति णं भंते! चमरे० पभू १२ १२६ विकुव्वित्तए जति णं भंते! चोदसमस्स १३ जति णं भंते ० छट्ठस्स नाय ०१३ | जति णं भंते ० णवमस्स १३ ९८ ५८ १११ ६९ ९६ सूत्राद्यादि. सूत्रे. जति णं भंते ० णायाणं एगूण वीसा अज्झयणा १३ जति णं भंते ० तच्चस्स नाय० १३ जति णं भंते ० तच्चस्स वग्गस्स १५ १३ जति णं भंते! तेरसमस्स जति णं भंते! दसमस्स १३ जति णं भंते! दसमस्त उ० वद्धमाणपुरे १८ जति णं मंते ० दोच्चस्स नाय ०१३ जति णं भंते! दोच्चस्स वग्ग० १६ J१३ जतिणं भंते! पढमस्स वग्ग० १३३७ सूत्राद्यङ्कः | ६ ५७ ८ १०२ ९७ १५६ सूत्रांद्यादि. सूत्रे. जति णं भंते पश्नरसमस्स १३ जति णं भंते० पंचमस्स १३ जति णं भंते ० बारसमस्स १३ जति णं भंते ० सत्तमस्स नाय० १३ जति णं मंते ! सत्तम० १५५ १५ जति णं भंते! सत्तरसमस्स १३ जति णं भंते ० सोलसमस्स १३ जति० तच्चस्स उक्खेवतो १५ सूत्राद्यङ्कः ११२ ६८ १०० ७० ३० जति० दोच्चस्स वग्गस्स १५ ५० ९ ..जतुकुंभे जोइउवगूढे ३ जत्थत्थमिए अणाउले ९ जत्थ णं भंते! एगे पुढविकाइ ए ओगाढे तत्थ णं केवतिया १२ ४८३ १६ १४२ १३८ ४ ३ २७३* १२४* १४ उपा. १५ अंत अनु. १६ प्रश्न. १७ विपा. ॥ ५१ ॥

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