Book Title: Acharangadyekadashangya Sutradgathadyakaradi
Author(s): Sagaranandsuri, Anandsagarsuri
Publisher: Tribhovandas Pitambardas Sushravak

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Page 12
________________ ८आ. ९सू. १० स्था. ११ स. १२ भ. १३ ज्ञा ४ १४ उपा. १५ अंत| अनु. ला१६ प्रश्न. १७विपा. ॥८ ॥ सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यक सूत्राद्यादि. सूत्रे. अनउत्थिया० सव्वे पाणा० एगंतदुक्खं | अपढमसमयकडजुम्म वेयणं वेयंति १२ २५६ ।। एगिकओ उवव० १२ अनउत्थिया सव्वे पाणा अपरकममाएसो ८ एवंभूय वेदणं वेदेति १२ २०१ अपराजिय विस्ससेणे ११ अपरिक्खदिढणहु एव अन्नस्स पाणस्सिहलोइयस्स९ ४०६ * सिद्धी है अनहा णं पासए परिह० ८ ९२ । अपरिण्णायकम्मा खलु ८ | अनं मणेण चितेंति ९ २७०* अपरिमाणं वियाणाई ९ | अनाणियाणं वीमंसा ९ ४४* अपस्समाणो पस्सामि ११ अन्ने अन्नेहिं मुच्छिया ९ १०८ * | अप्पड्डीए ण भंते! देवे अपज्जत्तसुहुमपुढविका महिड्डियस्स० मझ इएणं कइसमएणं विग्ग वीइवएज्जा? १२ हेणं उववजेज्जा १२ ८५२ । अप्पणो अहिए बाले ११ सूत्राधङ्कः। सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्यकः अप्पपिंडासि पाणासि ९ ८५९ अप्पं तिरियं पेहाए ८ २६५ नि. अप्पं सुकं बहुं ओयं १० ३० १०३ * | अप्पुब्वणाणगहणे १३ अप्पेगे खुधियं भिक्खु ९ ३९९ * अप्पेगे नायओ दिस्स ९ | अप्पेगे पडिभासंति ८२ * | अप्पेगे पलिय तेसि ९ ५४ * अप्पेगे वइ जुजति ९ अप्पे जणे निवारेइ ८ अप्पेण अप्पं इह वंचइत्तार ५०७ | अप्फासुय पडिसीवय ९ ३४ * | अबहुस्सुए य जे केई ११ ।। . * * * * * * RRORRCLEARLS * * * * * * ॥८ ॥

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