Book Title: Vastupal Prashasti Sangraha
Author(s): Chandanbalashreeji
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 238
________________ ५६ १०० परिशिष्टम् [ ५ ] वस्तुपालप्रशस्तिसङ्ग्रहविशेषनामाणुक्रमणिका ॥] [२१७ साहणीय [ प्रा० ज्ञा० दूगसरणपुत्र] ९९| सूर [ मन्त्री, चण्डप्रसादज्येष्ठपुत्र ] १७, १८, साहिलवाडा [ग्राम] ११२ सिद्ध ।[सिद्धराज] सूहवदेवि [जयतसिंहभार्या] १०३, १४२ सिद्धनृप १११, १२४ सेत्तुज [ शत्रुजय] १५१ सिद्धराज [ चौलुक्यनृपति] ९, १७, ६०, सोखु । [महं वस्तुपालद्वितीयभार्या ] ७४, १३१ सोखुका | ७६, ७७, ७९, ८०, ८९, १०२ सिद्धर्षि [आचार्य] ११८ सोभनदिउ[शोभनदेव, सूत्रधार] १५२ सिद्धाधिप [सिद्धराज] सोभनदेउ [शोभनदेव, सूत्रधार] १५३ सिद्धेश [ सिद्धराज] ६० सोभा[भाण्डागारिक] ११४ सिद्धेशिता [ सिद्धराज] ११९ सोम [ महं, मन्त्री-चण्डप्रसाद- १७, १८, सिन्धु [ देश] १२३ द्वितीयपुत्र-ठक्कुर] ४०, ६०, ६४, सिन्धुराज [शंख, संग्रामसिंह] २३ ७२, ७४, ७७,८०, ८३, सिन्धुराज [ कच्छपति] ८६, ९०, ९७, १०२, १०४, सिरिमाल [श्रीमालकुल] १४४ १०५, १०६, १०७, १०८, सिहरग्राम [ग्राम] १०९, ११०, १११, ११२, १२७ सिंहण [ यदुवंशीयनृप] सोम [धर्कटश्रेष्ठी बहुदेवपुत्र] ९८ सिंहराज [संघपति, सरवणपुत्र ] १०१ सोम [ नरेंद्र] १५०, १५१ सिंहुलग्राम [ग्राम] ४३ सोमराज [ वस्तुपालपितामह] ४७ सीता [सोमपत्नी] १७, ६०, १०९, सोमदेव [ सूत्रधार] ७६, ७९, ८३ ११२,१३१ | सामशमा।सामश्वरदव, पुराहित सोमशर्मा [ सोमेश्वरदेव, पुरोहित] १३३ २२ सीलण [ओइसवालज्ञा० श्रे०] १०० सोमसिंह [नृपति, धारावर्षसुत] सुकृतकीर्तिकल्लोलिनी [कृतिविशेष] २८ सोमसिंहदेव | सुनथव [सं० सहसापुत्री] १०१ सोमसिंहदेव [महामण्डलेश्वर] १०० सुभट [कवि] १२६ सोमेश्वरदेव [ ठक्कुर, गूर्जरेश्वर पुरोहित ] ७३, सुभटवर्मा [ नृप] ९७, १२६ सुमसीहि [सोमसिंह] सोरठ [ देश] १४३, १४५ सुरठ [ देश] १४४ सोलंकि [ राजवंश] १५१ सुराष्ट्रापति [ भीमसिंहनृपति] २४ सोल [सोलशर्मा] १२२ सुरिताण [सुल्तान] १५१ सोलशर्मा [ विद्वान्] सुवन्नरेह [ नदी] १४४ सोहगा [वस्तुपाल-तेजपालसुहडसीह [ ] १०९ भगिनी] ९१, १०७ सुहडादेवी [ महं तेजपालद्वितीयभार्या ] १०८ सोहि [ ऊएसवालज्ञा० श्रे०] सुहडादेवी [ सुहडसीहपत्नी] १०९ सोहिय [प्रा० ज्ञा० श्रे०] सूमिग [ श्रीमालज्ञा० श्रे०] सौवर्णगिरि [पर्वत] ४३ १५४ १२२ D:\sukar-p.pm5\2nd proof

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