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तीर्थंकर : एक अनुशीलन
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माता का नाम
(23)
माता की गति
(24)
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मोक्ष
सनत्कुमार देवलोक
जन्म देश | जन्म भूमि
(21) (22) 1. | कोशल देश इक्ष्वाकु भूमि 2. | कोशल देश अयोध्या 3. | कुणाल देश श्रावस्ती
| कोशल देश अयोध्या
| कोशल देश | अयोध्या 6. वत्स देश कौशाम्बी 7. | काशी देश वाराणसी 8. पूर्व देश चन्द्रपुरी 9. कोशल देश काकन्दी 10. | मलय देश भद्दिलपुर 11. काशी देश 12. अंग देश चम्पापुरी 13.| पंचाल देश कांपिल्यनगर 14. कोशल देश | अयोध्या 15. उत्तर कौशल देश | रत्नपुरी 16. कुरु देश | गजपुर (हस्तिनापुर) 17. कुरु देश | गजपुर (हस्तिनापुर) 18. कुरु देश | गजपुर (हस्तिनापुर) 19. विदेह देश मिथिला 20. | मगध देश | राजगृही 21. विदेह देश मिथिला 22. कुशात देश | शौरीपुरी 23. काशी देश वाराणसी 24. पूर्व देश क्षत्रियकुंड
सिंहपुरी
मरुदेवी विजया रानी सेना रानी सिद्धार्था रानी मंगला रानी सुसीमा रानी पृथ्वी रानी लक्ष्मणा रानी रामा रानी नन्दा रानी विष्णु रानी जया रानी श्यामा रानी सुयशा रानी सुव्रता रानी अचिरा रानी श्री रानी देवी रानी प्रभावती रानी पद्मावती रानी . वप्रा रानी शिवा रानी - वामा रानी 1 देवानंदा ब्राह्मणी 2 त्रिशला रानी
सनत्कुमार देवलोक माहेन्द्र देवलोक
माहेन्द्र देवलोक मोक्ष अच्युत देवलोक (मतान्तर-माहेन्द्र)
विशेषः मरुदेवी माँ पूर्वभव में केर का पत्ता थीं। उत्कृष्ट भावों से पुण्यार्जन हुआ। हाथी की अंबाड़ी
पर बैठे-बैठे उन्हें केवलज्ञान-मोक्ष हुआ एवं इस काल की वे प्रथम मोक्षगामी आत्मा थी।