Book Title: Sramana 2011 04
Author(s): Sundarshanlal Jain, Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 38
________________ आचार्य कुन्दकुन्द की दृष्टि में सम्यग्दर्शन : २७ सन्दर्भ सूची १. दंसणभट्ठा भट्ठा दंसणभट्ठस्स णत्थि णिव्वाणं। सिझंति चरियभट्ठा दंसणभट्ठा ण सिझंति।। षट्प्राभृतम्, १/३ २. दंसणमूलो धम्मो -दंसणपाहुड, गाथा-२ ३. (क) तत्त्वार्थश्रद्धानं सम्यग्दर्शनम्- तत्त्वार्थसूत्र, १/२ (ख) तन्निसर्गादधिगमाद्वा -वही, १/३ (ग) जीवाजीवास्रवबन्धसंवरनिर्जरामोक्षास्तत्त्वम् -वही, १/४ ४. शंकाकांक्षाविचिकित्साऽन्यदृष्टिप्रशंसासंस्तवा सम्यग्दृष्टेरतिचाराः।। -वही, ७/८

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