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905-5 पार्श्वनाथ विद्यापीठ के प्राङ्गण में : ९७
५. डॉ० अशोक कुमार सिंह (वाराणसी)- जैन धर्म में सहिष्णुता क ६. डॉ० विनय जैन (दिल्ली)- लेश्या सिद्धान्त इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लघु शोध-प्रबन्ध लेखन, शोधपत्रों की प्रस्तुति एवं परिचर्चा हुई।
३. ८ जुलाई, २०११ को प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह
होगा दिनांक ८ जुलाई २०११ को पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी में आई. एस. जे. एस. (इन्टरनेशनल स्कूल फार जैन स्टडीज) के तत्त्वावधान में जैनधर्म दर्शन का अध्ययन करने वाले विदेशी विद्वानों एवं छात्रों के अध्ययन कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया गया है। ४. प्राकृत एवं अपभ्रंश के प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम का अध्यापन राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त तथा अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर द्वारा पत्राचार के माध्यम से संचालित प्राकृत एवं अपभ्रंश भाषाओं के प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम का अध्यापन कार्य दिनांक २५ जुलाई २०११ से ३१ जुलाई २०११