Book Title: Shatkhandagama Pustak 16
Author(s): Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Balchandra Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 306
________________ ७.४ धवलासहितसमग्रषट्खंडागमस्य पारिभाषिक-शब्द-सूची ( १८ आगमद्रव्य काल ४-३१४ | आचार्य १-४८,४९;८-७२,७३ | आधार ४-८; १४.५०२ आगमद्रव्यक्षेत्र ४-५ | आज्ञा १३-७०; १४.२२६, आधेय ४-८ आनत १३-३१८ आगमद्रव्यनारक ७-३० आनप्राणपर्याप्ति ४-२५; आगमद्रव्यप्रकृति १३-२०३ | आज्ञाकनिष्ठता ७-३४ अनापानपर्याप्ति १-२५५ २०४ १४-३२६ आनुपूर्वी ६-५६, ८-९ ; आगमद्रव्यबंध १४-२८ १४-२२६ आज्ञावान् ९-१३४; १३-३७१ आगमद्रव्यबंधक आज्ञाविचय १३-७१ आन पूर्वी नाम १३-३६३ आगमद्रव्यभाव ५-१८४; आतप आनुपूर्वी नामकर्म ४-३० १२-२ आतपनाम १३-३६२,३६५ आनुपूर्वीप्रायोग्य क्षेत्र ४-१९१ आगमद्रव्यमंगल आताप ८-९,२०० अनपूर्वीविपाकाप्रायोग्य क्षेत्र आगमद्रव्यवर्गणा १४-५२| आत्मप्रवाद १-११८;९-२१९ ४-१७७ आगमद्रव्यवेदना १०-७ | आत्मन् १३-२८०,२८२, | आनुपूर्वीसंक्रम ६-३०२, आगमद्रव्य स्पर्शन ४-१४२ ३३६,४४२ ३०७; १६-४११ आगमद्रव्यानन्त ३-१२ आत्मा १-१४८ आष्त ३-११ आगमद्रव्यान्तर आत्माधीन १३-८८|| आबाधा ४-३२७, ६-१४६, आगमद्रव्याल्पबहुत्त्व ५-२४२ | आदानपद १-७५; ९-१३५, १४७,१४८; १०-१९४; आगमद्रव्य संख्यात ३-१२३ | १३६ ११-६२,२०२,२६७ आगमभावकाल ४-३१६, | आदि १०-१५०,१९०,४७५, आबाधा काण्डक ६-१४८, ११-७६ आदि (घन) ३-९१,९३, १४९, ११-९२,२६६ आगमभावक्षेत्र ४-७,११-२ ९४; १०-१९० आबाधास्थान ११-१६२,२७१ आगमभावजघन्य ११-१२ | आदिकर्म १३-३४६,३५० | आभिनिबोधिक १३-२०९, आगमभाव नारक ७-३० | आदित्य ४-१५०; १३-११५ २१० आभिनिबोधिकज्ञान १-९३, आगमभावप्रकृति १३-३९० आदिवर्गणा ६-३६६; | आगमभावबंध ७-११४-७,९ १६-५३२ २५१, ६-१६,३८४,४८६, ४८८ आगमभावभाव ८.१४४: आदिस्पर्द्धक १६-३७४,५-३८ ५.१८४, आदि आभिनिबोधिकज्ञानावरणीय १२-२ आदेश ३-१,१०,४-१०, ६-१५,२१; १३-२०९ २१६ आगमभावलेश्या १६-४८५ १४४,३२२; ५-१,२४३; २४१,२४४ आगमभाववर्गणा १४-५२ ८-९३ ; १४-२३७ आभिनिबोधिकज्ञानी ७-८४; आगमभावस्पर्शन ४-१४४ | आदेश उत्कृष्ट ११-१३ ८-२८६; १४-२० आगमभावान्तर आदेश जघन्य आभ्यन्तर तप ८-८६ आगमभावानन्त ३-१२३ | आदेशकाल जघन्य ११-१२ आभ्यन्तर निर्वृत्ति १-१३२ आगमभावाल्पबहुत्त्व ५-२४२ | आदेश निर्देश ४-१४५,३२२| आमाँषधि प्राप्त ९-९५ आगमभावासंख्यात ३-१२५ आदेश भव ११-५१२ आमुण्डा १३-२४३ आगाल ६-२३३,३०८ आदेय ६-६५,८-११ आम्लनाम १३-३७० आचारगृह १४-२२ | आदेयनाम १३.३६३,३६६ | आम्लनामकर्म ६-७५ आचाराङ्ग १-९९; ९-१९७ | आदोलकरण ६-३६४ | आयत ४-११,१७२ ११-१२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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