Book Title: Shatkhandagama Pustak 16
Author(s): Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Balchandra Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 309
________________ २१ ) उद्वत्तितसमान ६.४४६, ४५१, । उपपादयोग ४५२,४८४,४८५ उद्वेध उद्वेलन काण्डक उद्वेलनकाल ५.३४, ७.२३३ उद्वेलन भागहर १६.४४८ उद्वेलन संक्रम १६.४१६ उद्वेलना ५.३३ उद्वेलनाकाण्डक ५.१०,१५ १६.३८३ उद्वेल्यमानप्रकृति उद्वेल्लिम ९.२७२,२७३ १.२३६ उपकरण उपक्रम १.७२ ९.१३४; १५.४१,४२ ९.२३३ ४. १७ उपपादराशि १६.४७८ उपपादस्पर्शन उपक्रमअनुयोगद्वार उपक्रमणकाल ४.७१,१२९; उपघात उपघातनाम उपचार Jain Education International उपलक्षण उपक्रमणकालगुणकार ४.८५ उपवास उपशम ६.५९,८.१० १३.३६३,३६४ ४.२०४,३३९; ७.६७,६८ ५.३२ १३.४६ उपदेश उपद्रावण उपधि उपधिवाक् उपनय उपपाद ४.२६,१६६,२०५; ७.३००; १३.३४६,३४७ १२.२८५ १.११७ ९.१८२ परिशिष्ट उपपादकाल ४.३२२ ४.८५ उपपादक्षेत्र उपपादक्षेत्र प्रमाण ४.१६५ उपपादक्षेत्रायाम उपपादभवनसम्मुखवृत्तक्षेत्र ४. १८५ उपशान्तमाया उपरिमविरलन ३. १६५, १.७९ उपशान्तराग ५. २५०,२५१ उपरिमस्थिति ६.२२५,२३२ उपशान्तलोभ २५५; १४.४७६ उपभोगान्तराय उपमालोक ४.३३२; उपशमक १०. ४२० उपशमिक अविपाकप्रत्ययजीव उपभोगत: अत्तपुद्गल १४.१४ १४.१५ १४.१५ १६.५१५ उपशान्त १२.३०३; १५.२७६ १५.१४ उपशान्तकषाय १. १८८, १८९; ४.१८५ ७.५,१४,८.४ १३.३९० | उपशान्तकषायवीतराग छद्मस्थ उपयोग १.२३६ ; २.४१३ उपयुक्त १४.१५ ५.१९ ४.३५३ उपरम उपरिमग्रैवेयक ४.८० उपशान्तकषायाद्धा उपरि निक्षेप ६.२२६ । उपशान्तकाल उपरिम राशि ५.२४९, २६२ उपशान्तक्रोध उपरिमवर्ग ३.२१,२२,५२ उपशान्तदोष ३.५४,७७ ; उपशान्तमान १४. १४ १४.१४ उपरिम विकल्प १४. १४ १४.१४ १४. १४ १४.१४ ४.३५२,४४६; ९. १८४ | उपशामक १३.५५ ५.१२५,२६०; ६.२३३; ७.५ १२११;५.२००, उपशामक अध्यवसान १६.५७७ २०२,२०३; २११, । उपशामकाद्धा ५.१५९,१६० २२०; ७.९,८१ १०.२९४ उपशामना १०.४६; १५.२७५ उपशामनाकरण उपशामनवार उपशमश्रेणी ४.३५१, ४४७ ५.११,१५१ ; ६.२०६, ३०५ १०.१४४ ७.८१ उपसंहार ८.५७; १०.१११, उपशमसम्यक्त्व ७.१०७ २४४,३१० उपशमसम्यक्त्वगुण ४.४४ उपादानकारण ७.६९; उपशमसम्यक्त्वगुणश्रेणि ४. ३१ भावबन्ध ४.१६५ उपशमिकचारित्र उपशमिकसम्यक्त्व ४.७९ उपशमसम्यग्दर्शन १५.२९७ उपादेय उपशमसम्यक्त्वाद्धा ४.४४ उपादेयछेदना ३३९,३४१,३४२, ३७४, उपाध्याय ४८३; ५.१५,२५४ | उपार्धपुद्गलपरिवर्तन ३.९५ उपशमसम्यग्दृष्टि १-१७१; ४. १७२ ७.१०८; ८.३७२; १०.३१५ ८.२६५ For Private & Personal Use Only ९.११५; १०.७ ७.६९ १४.४३६ १.५० ४.३३६, ७.१७१,२११ उपासकाध्ययन १.१०२; ९.२०० www.jainelibrary.org

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