Book Title: Shaddravya Vichar Part 1 Author(s): Buddhisagar Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal View full book textPage 9
________________ ६ द्रव्यानुयोगमा समावेश थाय छे। अने तेनुं स्वरूप वीतराग वचनानुसारे जाणवाथी अने तेनी श्रद्धा कस्वाथी आसन्न मोक्ष प्राप्त थाय छे। अने अन्य मत वादीओनां तत्व असत्य भासे छे. माटे तेनुं जाणपशुं करवानी आवश्यक्ता छे. आ ग्रंथ लखवानुं - मुख्य प्रयोजन. अछे जे हुं सुरतथी विहार करी पादरा गामे आव्यो त्यांना श्रावक वकील मोहनलाल हीमचदनो समागम थयो. तेओए मने कह्युं के पद्रव्यनुं कांइक स्वरूप समजावो, त्यारे तेमनी वीनंतिथी तेमना सारु में केटलाक ग्रंथोमांथी उद्धार करी ग्रंथोना अनुसारे आ षद्रव्य विचार प्रबंध लखी तेमने समजाव्यो, तेथी तेमने घणो हर्ष थयो, अने जैन तत्वो उपरनी श्रद्धा दृढ थइ, तेमने पोताने आ मंथथी घणो लाभPage Navigation
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