Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library
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(६) ७७] अनुबन्धः
३०७ रिसधगप, सधरिगप, धसरिगप, रिधसगप, धरिसगप, सगधरिप, गसधरिप, सधगरिप, धसगरिप,° गधसरिप, धगसरिप, रिंगधसप, गरिधसप, रिधगसप, धरिगसप, गधरिसप, धगरिसप, सरिपधग, रिसपधग,° सपरिधग, पसरिधग, रिपसधग, परिसधग, सरिधपग, रिसधपग, सधरिपग, धसरिपग, रिधसपग, धरिसपग,8° सपधरिंग, पसधरिग, सधपरिग, धसपग्गि, पधसरिंग, धपसरिंग, रिपधसग, परिधसग, रिधपसग, धरिपसग, परिसग, धपरिसग, सगपधरि, गसपधरि, सपगधरि, पसगधरि, गपसधरि, पगसधरि, सगधपरि, गसधपरि,° सधगपरि, धसगपरि, गधसपरि, धगसपरि, सपधगरि, पसधगरि, सधपगरि, धसपगरि, पधसगरि, धपसगरि,°° गपधसरि, पगधसरि, गधपसरि, धगपसरि, पधगसरि, धपगसरि, रिगपधस, गरिपधस, रिपगधस, परिगधस,०० गपरिधस, पगरिधस, रिंगधपस, गरिधपस, रिधगपस, धरिगपस, गधरिपस, धगरिपस, रिपधगस, परिधगस, रिधपगस, धरिपगस, पधरिगस, धपरिगस, गपधरिस, पगधरिस, गधपरिस, धगपरिस, पधगरिस, धपगरिस.२० (५) सरिगपनि, रिसगपनि, सगरिपनि, गसरिपनि, रिगसपनि, गरिसपनि, सरिपगनि, रिसपगनि, सपरिगनि, पसरिगनि, रिपसगनि, परिसगनि, सगपरिनि, गसपरिनि, सपगरिनि, पसगरिनि, गपसरिनि, पगसरिनि, रिगपसनि, गरिपसनि,° रिपगसनि, परिगसनि, गपरिसनि, 'पगरिसनि, सरिगनिप, रिसगनिप, सगरिनिप, गसरिनिप, रिगसनिप, गरिसनिप, सरिनिगप, रिसनिगप, सनिरिगप, निसरिंगप, रिनिसगप, निरिसगप, सगनिरिप, गसनिरिप, सनिगरिप, निसगरिप, गनिसरिप, निगसरिप, रिगनिसप, गरिनिसप, रिनिगसप, निरिगसप, गनिरिसप, निगरिसप, सरिपनिग, रिसपनिग,° सपरिनिग, पसरिनिग, रिपसनिग, परिसनिग, सरिनिपग, रिसनिपग, सनिरिपग, निसरिपग, रिनिसपग, निरिसपग,80 सपनिरिग, पसनिरिंग, सनिपरिग, निसपरिग, पनिसरिंग, निपसरिग, रिपनिसग, परिनिसग, रिनिपसग, निरिपसग.'' पनिरिसग, निपरिसग, सगपनिरि, गसपनिरि, सपगनिरि, पसगनिरि, गपसनिरि,
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