Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library

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Page 393
________________ (७) १०१] अनुबन्धः ३५१ गनिधपमस, निगधपमस, धनिगपमस, निधगपमस,°° पधनिगमस, धपनिगमस, पनिधगमस, निपधगमस, धनिपगमस, निधपगमस, मपधनिगस, पमधनिगस, मधपनिगस, धमपनिगस,०० पधमनिगस, धपमनिगम, मपनिधगस, पमनिधगस, मनिपधगस, निमपधगस, पनिमधगस, निपमधगस, मधनिपगस, धमनिपगस, मनिधपगस, निमधपगस, धनिमपगस, निधमपगस, पधनिमगस, धपनिमगस, पनिधमगस, निपधमगस, धनिपमगस, निधपमगस.१० (७) रिगमपधनि, गरिमपधनि, रिमगपधनि, मरिगपधनि, गमरिपधनि, मगरिपधनि, रिंगपमधनि, गरिपमधनि, रिपगमधनि, परिंगमधनि, गपरिमधनि, पगरिमधनि, रिमपगधनि, मरिपगधनि, पिमगधनि, परिमगधनि, मपरिगधनि, पमरिगधनि, गमपरिधनि, मगपरिधनि,२० गपमरिधनि, पगमरिधनि, मपगरिधनि, पमगरिधनि, रिंगमधपनि, गरिमधपनि, रिमगधपनि, मरिगधपनि, गमरिधपनि, मगरिधपनि, रिंगधमपनि, गरिधमपनि, रिधगमपनि, धरिगमपनि, गधरिमपनि, धगरिमपनि, रिमधगपनि, मरिधगपनि, रिधमगपनि, धरिमगपनि,° मधरिगपनि, धमरिगपनि, गमधरिपनि, मगधरिपनि, गधमरिपनि, धगमरिपनि, मधगरिपनि, धमगरिपनि, रिगपधमनि, गरिपधमनि, रिपगधमनि, परिगधमनि, गपरिधमनि, पगरिधमनि, रिंगधपमनि, गरिधपमनि, रिधगपमनि, धग्गिपमनि, गधरिपमनि, धगरिपमनि,° रिपधगमनि, परिधगमनि, रिधपगमनि, धरिपगमनि, पधरिगमनि, धपरिगमनि, गपधरिमनि, पगधरिमनि, गधपरिमनि, धगपरिमनि,' पधगरिमनि, धपगरिमनि, रिमपधगनि, मरिपधगनि, रिपमधगनि, परिमधगनि, मपरिधगनि, पमरिधगनि, ग्मिधपगनि, मरिधपगनि, रिधमपगनि, धरिमपगनि, मधरिपगनि, धमरिपगनि, रिपधमगनि, परिधमगनि, रिधपमगनि, धरिपमगनि, पधरिमगनि, धपरिमगनि,° मपधरिगनि, पमधरिगनि, मधपरिगनि धमपरिगनि, पधमरिगनि, धपमरिगनि, गमपधरिनि, मगपरिनि, गपमधरिनि, पगमधरिनि,०० मपगधरिनि, JUDDDDDDDDDDD i Scanned by Gitarth Ganga Research Institute

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