Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library
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संगीतरत्नाकरः [सं० २८८९सपरिमधनिग, पसरिमधनिग,°° रिपसमधनिग, परिसमधनिग, समपरिधनिग, मसपरिधनिग, सपमरिधनिग, पसमरिधनिग, मपसरिधनिग, पमसरिधनिंग, रिमपसधनिग, मरिपसधनिग,°°° रिपमसधनिग, परिमसधनिग, मपरिसधनिग, पमरिसधनिग, सरिमधपनिग, रिसमधपनिग, समरिधपनिग, मसरिधपनिग, रिमसधपनिग, मरिसधपनिग, सरिधमपनिग, रिसधमपनिग, सधरिमपनिग, धसरिमपनिग, रिधसमपनिग, धरिसमपनिग, समधरिपनिग, मसधरिपनिग, सधमरिपनिग, धसमरिपनिग,° मधसरिपनिग, धमसरिपनिग, रिमधसपनिग, मरिधसपनिग, रिधमसपनिग, धरिमसपनिग, मधरिसपनिग, धमरिसपनिग, सरिपधमनिग, रिसपधमनिग,° सपरिधमनिग, पसरिधमनिग, रिपसधमनिग, परिसधमनिग, सग्धिपमनिग, रिसधपमनिग, सधरिपमनिग, धसरिपमनिग, ग्धिसपमनिग, धरिसपमनिग, सपधरिमनिग, पसधरिमनिग, सधपरिमनिग, धसपरिमनिग, पधसरिमनिग, धपसरिमनिग, रिपधसमनिग, परिधसमनिग, रिधपसमनिग, धरिपसमनिग,° पधरिसमनिग, धपरिसमनिग, समपरिनिग, मसपधरिनिग, सपमधरिनिग, पसमधरिनिग, मपसधरिनिग, पमसधरिनिग, समधपरिनिग, मसधपरिनिग, ° सधमपरिनिग, धसमपरिनिग, मधसपरिनिग, धमसपरिनिग, सपधमगिनिग, पसधमरिनिग, सधपमरिनिग, धसपमरिनिग, पधसमरिनिध, धपममरिनिग,° मपधसरिनिग, पमधसरिनिग, मधपसरिनिग, धमपसरिनिग, पधमसरिनिग, धपमसरिनिग, रिमपधसनिग, मरिपधसनिग, रिपमधसनिग, परिमधसनिग, ° मपरिधसनिग, पमरिधसनिग, रिमधपसनिग, मग्धिपसनिग, रिधमपसनिग, धरिमपसनिग, मधरिपसनिग, धमरिपसनिग, रिपधमसनिग, परिधमसनिग, रिधपमसनिग, धरिपमसनिग, पधरिमसनिग, धपरिमसनिग, मपधरिसनिग, पमधरिसनिग, मधपरिसनिग, श्रमपरिसनिग, पधमरिसनिग, धपमरिसनिग, ३००° सरिमपनिधग, रिसमपनिधग, समरिपनिधग, मसरिपनिधग, रिमसपनिधग, मरिसपनिधग, सरिपमनिधग, रिसपमनिधग, सपरिमनिधग, पसरिमनिधग, रिपसमनिधग, परिसमनिधग, समपरिनिधग, मसपरिनिधग, सपमरिनिधग, पसमरिनिधग, मपसरिनिधग, पमसरिनिधग, रिमपसनिधग, मरिपसनिधग,2° रिपमसनिधग, परिमसनिधग, मपरिसनिधग,
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