Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library

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Page 434
________________ ३९२ संगीतरत्नाकरः [सं० ४७७९गधपनिरिमस, धगपनिरिमस, ° पधगनिरिमस, धपगनिरिमस, गपनिधरिमस, पगनिधरिमस, गनिपधरिमस, निगपरिमस, पनिगधरिमस, निपगधरिमस, गधनिपरिमस, धगनिपरिमस,°° गनिधपरिमस, निगधपरिमस, धनिगपरिमस, निधगपरिमस, पधनिगरिमस, धपनिगरिमस, पनिधगरिमस, निपधगरिमस, धनिपगरिमस, निधपगरिमस,००० रिमपधनिगस, मरिपधनिगस, रिपमधनिगस, परिधमनिगस, मपरिधनिगस, पमरिधनिगस, रिमधपनिगस, मरिधपनिगस, रिधमपनिगस, धरिमपनिगस,1° मधरिपनिगस, धमरिपनिगस, रिपधमनिगस, पग्धिमनिगस, रिधपमनिगस, धरिपमनिगस, पधरिमनिगस, धपरिमनिगस, मपधरिनिगस, पमधरिनिगस, मधपरिनिगस, धमपरिनिगस, पधमरिनिगस, धपमरिनिगस, रिमपनिधगस, मरिपनिधगस, रिपमनिधगस, परिमनिधगस, मपरिनिधगस, पमरिनिधगस, रिमनिपधगस, मरिनिपधगस, रिनिमपधगस, निरिमपधगस, मनिरिपधगस, निमरिपधगस, रिपनिमधगस, परिनिमधगस, रिनिपमधगम, निरिपमधगस,° पनिरिमधगस, निपरिमधगस, मपनिरिधगस, पमनिरिधगस, मनिपरिधगस, निमपरिधगम, पनिमरिधगस, निपमरिधगस, रिमधनिपगस, मरिधनिपगस, रिधमनिपगस, धरिमनिपगस, मधरिनिपगस, धमरिनिपगस, रिमनिधपगस, मरिनिधपगस, रिनिमधपगस, निरिमधपगस, मनिरिधपगस, निमरिधपगस,०° ग्धिनिमपगस, धरिनिमपगस, रिनिधमपगस, निरिधमपगस, धनिरिमपगस, निधरिमपगस, मधनिरिपगस, धमनिरिपगस, मनिधरिपगस, निमधरिपगस, धनिमरिपगस, निधमरिपगस, रिपधनिमगस, परिधनिमगस, रिधपनिमगस, धरिपनिमगस, पधरिनिमगस, धपरिनिमगस, रिपनिधमगस, परिनिधमगस, रिनिपधमगस, निरिपधमगस, पनिरिधमगस, निपरिधमगस, रिधनिपमगस, धरिनिपमगस, रिनिधपमगस, निरिधपमगस, धनिरि पमगस, निधरिपमगस,°° पधनिरिमगस, धपनिरिमगस, पनिधरिमगस, निपधरिमगस, धनिपरिमगस, निधपरिमगस, मपधनिरिगस, पमधनिरिगस, मधपनिरिगस, धमपनिरिगस,००° पधमनिरिगस, धपमनिरिगस, मपनिधरिंगस, पमनिधरिगस, मनिपधरिगस, निमपरिगस, पनिमधरिंगस, निपमधरिगस, मधनिपरिगस, धमनिपरिगस,1° मनिधपरिगस, निमधपरिगस, धनिमपरिगस, Scanned by Gitarth Ganga Research Institute

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