Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library
View full book text
________________
३८४
संगीतरत्नाकर; [सं० ३६९९गपमधसनिरि, पगमधसनिरि,०° मपगधसनिरि, पमगधसनिरि, गमधपसनिरि, मगधपसनिरि, गधमपसनिरि, धगमपसनिरि, मधगपसनिरि, धमगपसनिरि, गपधमसनिरि, पगधमसनिरि, गधपमसनिरि, धगपमसनिरि, पधगमसनिरि, धपगमसनिरि, मपधगसनिरि, पमधगसनिरि, मधपगसनिरि, धमपगसनिरि, पधमगसनिरि, धपमगसनिरि, सगमपनिधरि, गसमपनिधरि, समगपनिधरि, मसगपनिधरि, गमसपनिधरि, मगसपनिधरि, सगपमनिधरि, गसपमनिधरि, सपगमनिधरि, पसगमनिधरि, गपसमनिधरि, पगसमनिधरि, समपगनिधरि, मसपगनिधरि, सपमगनिधरि, पसमगनिधरि, मपसगनिधरि, पमसगनिधरि, गमपसनिधरि, मगपसनिधरि, गपमसनिधरि, पगमसनिधरि, मपगसनिधरि, पमगसनिधरि, सगमनिपधरि, गसमनिपधरि, समगनिपधरि, मसगनिपधरि, गमसनिपधरि, मगसनिपधरि,° सगनिमपधरि, गसनिमपधरि, सनिगमपधरि, निसगमपधरि, गनिसमपधरि, निगसमपधरि, समनिगपधरि, मसनिगपधरि, मनिमगपधरि, निसमगपधरि,°° मनिसगपधरि, निमसगपधरि, गमनिसपधरि, मगनिसपधरि, गनिमसपधरि, निगमसपधरि, मनिगसपधरि, निमगसपधरि, सगपनिमधरि, गसपनिमधरि, सपगनिमधरि, पसगनिमधरि, गपसनिमधरि, पगसनिमधरि, सगनिपमधरि, गसनिपमधरि, सनिगपमधरि, निसगपमधरि, गनिसपमधरि, निगसपमधरि, ° सपनिगमधरि, पसनिगमधरि, सनिपगमधरि, निसपगमधरि, पनिसगमधरि, निपमगमधरि, गपनिसमधरि, पगनिसमधरि, गनिपसमधरि, निगपसमधरि,° पनिगसमधरि, निपगसमधरि, समपनिगधरि, मसपनिगधरि, सपमनिगधरि, पसमनिगधरि, मपसनिगधरि, पमसनिगधरि, समनिपगधरि, मसनिपगधरि, ०° सनिमपगधरि, निसमपगधरि, मनिसपगधरि, निमसपगधरि, सपनिमगधरि, पसनिमगधरि, सनिपमगधरि, निसपमगधरि, पनिसमगधरि, निपसमगधरि, मपनिसगधरि, पमनिसगधरि, मनिपसगधरि, निमपसगधरि, पनिमसगरि, निपमसगरि, गमपनिसधरि, मगपनिसधरि, गपमनिसधरि, पगमनिसधरि,२° मपगनिसरि, पमगनिसधरि, गमनिपसधरि, मगनिपसधरि, गनिमपसधरि, निगमपसधरि, मनिगपसधरि, निमगपसधरि, गपनिमसधरि, पगनिमसधरि,° गनिपमसधरि, निगपमसधरि, पनिगमसधरि,
Scanned by Gitarth Ganga Research Institute

Page Navigation
1 ... 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458