Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library
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संगीतरत्नाकरः [षा० (४) १०२पगरिधसनि, रिंगधपसनि, गरिधपसनि, रिधगपसनि, धरिगपसनि, गधरिपसनि, धगरिपसनि, रिपधगसनि, परिधगसनि, रिधपगसनि, धरिपगसनि, पधरिंगसनि, धपरिगसनि, गपधरिसनि, पगधरिसनि, गधपरिसनि, धगपरिसनि, पधगरिसनि, धपगरिसनि, सरिगपनिध, रिसगपनिध, सगरिपनिध, गसरिपनिध, रिगसपनिध, गरिसपनिध, सरिपगनिध, रिसपगनिध, सपरिगनिध, पसरिगनिध, रिपसगनिध, परिसगनिध, सगपरिनिध, गसपरिनिध, सपगरिनिध, पसगरिनिध, गपसरिनिध, पगसरिनिध, रिगपसनिध, गरिपसनिध,° रिपगसनिध, परिगसनिध, गपरिसनिध, पगरिसनिध, सरिगनिपध, रिसगनिपध, सगरिनिपध, गसरिनिपध, रिगसनिपध, गरिसनिपध,5° सरिनिगपध, रिसनिगपध, सनिरिगपध, निसरिंगपध, रिनिसगपध, निरिसगपध, सगनिरिपध, गसनिरिपध, सनिगरिपध, निसगरिपध, गनिसरिपध, निगसरिपध, रिगनिसपध, गरिनिसपध, रिनिगसपध, निरिगसपध, गनिरिसपध, निगरिसपध, सरिपनिगध, रिसपनिगध, सपरिनिगध, पसरिनिगध, रिपसनिगध, परिसनिगध, सरिनिपगध, रिसनिपगध, सनिरिपगध, निसरिपगध, रिनिसपगध, निरिसपगध, सपनिरिंगध, पसनिरिंगध, सनिपरिगध, निसपरिगध, पनिसरिंगध, निपसरिगध, रिपनिसगध, परिनिसगध, रिनिपसगध, निरिपसगध,°° पनिरिसगध, निपरिसगध, सगपनिरिध, गसपनिरिध, सपगनिरिध, पसगनिरिध, गपस निरिध, पगसनिरिध, सगनिपरिध, गसनिपरिध,२०० सनिगपरिध, निसगपग्धि, गनिसपरिध, निगसपरिध, सपनिगरिध, पसनिगरिध, सनिपगरिध, निसपगरिध, पनिसगरिध, निपसगरिध,'० गपनिसरिध, पगनिसरिध, गनिपसरिध, निगपसरिध, पनिगसरिध, निपगसरिध, रिगपनिसध, गरिपनिसध, रिपगनिसध, परिगनिसध,२० गपरिनिसध, पगरिनिसध, रिगनिपसध, गरिनिपसध, रिनिगपसध, निरिंगपसध, गनिरिपसध, निगरिपसध, रिपनिगसध, परिनिगसध, रिनिपगसध, निरिपगसध, पनिरिगसध, निपरिगसध, गपनिरिसध, पगनिरिसध,
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