Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library

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Page 386
________________ ३४४ संगीतरत्नाकरः [षा० (५) ४६२धपरिनिसम, रिपनिधसम, परिनिधसम, रिनिपधसम, निरिपधसम, पनिरिधसम, निपरिधसम, रिधनिपसम, धरिनिपसम, रिनिधपसम, निरिधपसम, धनिरिपसम, निधरिपसम, पधनिरिसम, धपनिरिसम, पनिधरिसम, निपधरिसम, धनिपरिसम, निधपरिसम, समपधनिरि, मसपधनिरि, सपमधनिरि, पसमधनिरि, मपसधनिरि, पमसधनिरि, समधपनिरि, मसधपनिरि, सधमपनिरि, धसमपनिरि,°° मधसपनिरि, धमसपनिरि, सपधमनिरि, पसधमनिरि, सधपमनिरि, धसपमनिरि, पधसमनिरि, धपसमनिरि, मपधसनिरि, पमधसनिरि,००० मधपसनिरि, धमपसनिरि, पधमसनिरि, धपमसनिरि, समपनिधरि, मसपनिधरि, सपमनिधरि, पसमनिधरि, मपसनिधरि, पमसनिधरि, समनिपधरि, मसनिपधरि, सनिमपधरि, निसमपरि, मनिसपधरि, निमसपधरि, सपनिमधरि, पसनिमधरि, सनिपमधरि, निसपमधरि, पनिसमधरि, निपसमधरि, मपनिसधरि, पमनिसधरि, मनिपसधरि, निमपसधरि, पनिमसधरि, निपमसधरि, समधनिपरि, मसधनिपरि, सधमनिपरि, धसमनिपरि, मधसनिपरि, धमसनिपरि, समनिधपरि, मसनिधपरि, सनिमधपरि, निसमधपरि, मनिसधपरि, निमसधपरि,° सधनिमपरि, धसनिमपरि, सनिधमपरि, निसधमपरि, धनिसमपरि, निधसमपरि, मधनिसपरि, धमनिसपरि, मनिधसपरि, निमधसपरि, धनिमसपरि, निधमसपरि, सपधनिमरि, पसधनिमरि, सधपनिमरि, धसपनिमरि, पधसनिमरि, धपसनिमरि, सपनिधमरि, पसनिधमरि,सनिपधमरि, निसपधमरि, पनिसधमरि, निपसधमरि, सधनिपमरि, धसनिपमरि, सनिधपमरि, निसधपमरि, धनिसपमरि, निधसपमरि,° पधनिसमरि, धपनिसमरि, पनिधसमरि, निपधसमरि, धनिपसमरि, निधपसमरि, मपधनिसरि, पमधनिसरि, मधपनिसरि, धमपनिसरि,80 पधमनिसरि, धपमनिसरि, मपनिधसरि, पमनिधसरि, मनिपधसरि, निमपधसरि, पनिमधसरि, निपमधसरि, मधनिपसरि, धमनिपसरि,° मनिधपसरि, निमधपसरि, धनिमपसरि, निधमपसरि, पधनिमसरि, धपनिमसरि, Scanned by Gitarth Ganga Research Institute

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