Book Title: Sangit Ratnakar Part 01 Kalanidhi Sudhakara
Author(s): Sarangdev, Kalinatha, Simhabhupala
Publisher: Adyar Library

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Page 375
________________ I TH * (३) ५५१] अनुबन्धः ३३३ सनिरिधमग, निसरिधमग, रिनिसधमग, निरिसधमग, सधनिरिमग, धसनिरिमग, सनिधरिमग, निसधरिमग, धनिसरिमग, निधसरिमग, रिधनिसमग, धरिनिसमग, रिनिधसमग, निरिधसमग, धनिरिसमग, निधरिसमग, समधनिरिग, मसधनिरिंग, सधमनिरिग, धसमनिग्गि, मधसनिरिंग, धमसनिरिग, समनिधरिंग, मसनिधरिंग,° सनिमधरिंग, निसमधरिंग, मनिसधरिंग, निमसधरिंग, सधनिमरिंग, धसनिमरिग, सनिधमरिंग, निसधमरिग, धनिसमरिंग, निधसमरिंग, मधनिसरिंग, धमनिसरिंग, मनिधसरिंग, निमधसरिंग, धनिमसरिंग, निधमसरिंग, रिमधनिसग, मरिधनिसग, रिधमनिसग, धरिमनिसग, मधरिनिसग, धमरिनिसग, रिमनिधसग, मरिनिधसग, रिनिमधसग, निरिमधसग, मनिरिधसग, निमरिधसग, रिधनिमसग, धरिनिमसग, रिनिधमसग, निरिधमसग, धनिरिमसग, निधरिमसग, मधनिरिसग, धमनिरिसग, मनिधरिसग, निमधरिसग, धनिमरिसग, निधमरिसग, सगमधनिरि, गसमधनिरि, समगधनिरि, मसगधनिरि, गमसधनिरि, मगसधनिरि, सगधमनिरि, गसधमनिरि, सधगमनिरि, धसगमनिरि, गधसमनिरि, धगसमनिरि, समधगनिरि, मसधगनिरि, सधमगनिरि, धसमगनिरि, मधसगनिरि, धमसगनिरि, गमधसनिरि, मगधसनिरि,500 गधमसनिरि, धगमसनिरि, मधगसनिरि, धमगसनिरि, सगमनिधरि, गसमनिधरि, समगनिधरि, मसगनिधरि, गमसनिधरि, मगसनिधरि,1° सगनिमधरि, गसनिमधरि, सनिगमधरि, निसगमधरि, गनिसमधरि, निगसमधरि, समनिगधरि, मसनिगरि, सनिमगधरि, निसमगधरि, मनिसगधरि, निमसगधरि, गमनिसधरि, मगनिसधरि, गनिमसधरि, निगमसधरि, मनिगसधरि, निमगसधरि, सगधनिमरि, गसधनिमरि, सधगनिमरि, धसगनिमरि, गधसनिमरि, धगसनिमरि, सगनिधमरि, गसनिधमरि, सनिगधमरि, निसगधमरि, गनिसधमरि, निगसधमरि,° सधनिगमरि, धसनिगमरि, सनिधगमरि, निसधगमरि, धनिसगमरि, निधसगमरि, गधनिसमरि, धगनिसमरि, गनिधसमरि, निगधसमरि, धनिगसमरि, Scanned by Gitarth Ganga Research Institute

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