Book Title: Samavsaran Prakaran
Author(s): Gyansundar Muni
Publisher: Ratnaprabhakar Gyanpushpmala

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Page 5
________________ saXNoaXXbox X2X2X2XXOXOCK धन्यवाद. Boxo0000000000000000000000000kootboooooocoinc00000ccoooooooooo श्रीमती केशरबाईने अपने स्वर्गस्थ धर्मपति सहसमलजी के स्मरणार्थ फागण शुद ११ से चैत वद ३ तक अठाई महोत्सव-समवसरण कि दिव्य रचना और शान्ति स्नात्रादि महोत्सव करवा के इस समवसरण प्रकरण मुद्रित करवाने में द्रव्य सहायता प्रदान कर अनंत पुन्योपार्जन किया है इस वास्ते हम सहर्ष श्रीमती केसरबाई को धन्यवाद देते हैं और भी सज्जनों को हम इस पवित्र कार्यो का अनुकरण करने 8. का अनुरोध करते है कि लक्ष्मी की चञ्चलता समझ के ऐसे सद्कार्योंमें अपनी. लक्ष्मी को अमर बनाना चाहिये किमधिकम् 8x200x1200x20x20x200x20x220x20x20x20x2o0ooooooooooooooo . . , . प्रकाशक" BoooooooooOncodocovceodooscusoocos

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