Book Title: Samavsaran Prakaran
Author(s): Gyansundar Muni
Publisher: Ratnaprabhakar Gyanpushpmala

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Page 39
________________ धमतरण परब नने को मिलते हैं.कारण गोबर लाने को जाने वाली औरतों के दुग्ने चौगुने कपड़े फटते हैं। . (२) गोबर लाने को जानेवाली औरतों को सालभर में एक दो नये जेवर भी पहिनने को जरूर मिलते है। कारण गोबर को जाने वाली एक दो गहने तो सालभर में जरूर गमा देती है। ... (३) गोबर लानेवाली औरतों को भूख भी चौगुनी लगती हैं। (४) गोबर लानेवाली औरतों के छोटे बाल बचे हो तो उनको धवराने के दुःखसे भी छुटकारा मिल जाता है क्यों कि गोबर के आगे बच्चों की क्या पर्वाह है । (१) गोबर को जानेवाली लड़कीयों अध्यापिका के विगर ही टंटा फिसाद लड़ाइयों और असभ्य गालियों बोलने में इतनी तो होसीयार हो जाती है कि अगर परीक्षा ली जावे तो सर्टीफिकेट (प्रशंसा पत्र ) अवश्य देना पड़े। . (६) गोबर लानेवाली ओरतों को स्वछंदता सहज ही में मिल जाती है । रात्री में व दिन में किसी टाइममें कहीं जाती हो वह पीछी देरीसे आई हो तो उसको कोई कहनेवाला नहीं हैं कारण " कमाऊ पुत सब को प्यारा है"। (७) गोबर लानेवाली ओरतों की बाजे २ इज्जत का भी खतरा रहता है इतना ही नहीं पर भविष्य के लिए यह एक व्यभिचार का ठीक रास्ता है।

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