Book Title: Sachitra Sushil Kalyan Mandir Stotra
Author(s): Sushilmuni, Gunottamsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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वाक्चातुर्य मन्त्र एवं यन्त्र
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मन्त्र : ॐ ऐं ही अहँ अर्ह अहँ जं भं ज्ञं वाक्पाटवं कुरु नमो नमः। * प्रयोग-विधि : मानसिक, वाचिक एवं कायिक शुद्धि के पश्चात् शुद्ध श्वेत वस्त्र *
पहनकर पूर्वाभिमुख होकर सर्वप्रथम श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के षष्ठ (छठे) श्लोक का २१ बार शुद्ध पाठ करते हुए प्रभु पार्श्वनाथ का ध्यान कर निम्न यन्त्र को विधिवत् स्थापित करें। पूजा करें। शुद्धोच्चारणपूर्वक उक्त मन्त्र का सोमवार के दिन शुभ - वेला में पाँच माला जप करें। यह प्रभावशाली मन्त्र एवं यन्त्र वाक्चातुर्य के लिए सद्यः लाभकारी सिद्ध होता है। सवा लाख जप करने से यह मन्त्र सिद्ध होता है।
-यन्त्रम्ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्ह
अर्ह
अहं
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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