Book Title: Sachitra Sushil Kalyan Mandir Stotra
Author(s): Sushilmuni, Gunottamsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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मन्त्र
सुख-समृद्धिदायक मन्त्र एवं यन्त्र
: ॐ ह्रीँ सुरपुष्पवृष्टि प्रातिहार्य शोभिताय श्रीपार्श्वजिनेश्वराय सुख-समृद्धिकराय ईं ईं शं शं शं नमो नमः |
प्रयोग विधि : सर्वशुद्धि के पश्चात् साधक, सादर सविधि निम्न यन्त्र की सम्मुख स्थापना करें। स्वयं ईशानकोण में बैठें। भगवा (लाल) वस्त्र धारण करें तथा मूँगें की माला से ५१ दिनों तक उक्त मन्त्र का जप करें । प्रतिदिन १००८ मन्त्र जप करें ।
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
मन्त्र जप से पूर्व श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के बीसवें श्लोक के २१ बार पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ जी का मंगल ध्यान करें । यह मन्त्र-यन्त्र सद्य: चमत्कारी है ।
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- यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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