Book Title: Pratikraman Sutra Sachitra
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 69
________________ क ल्ला ढमं जिणिंद संति चारित्र दर्शन ज्ञान नेमिं जि कुवादा: क्षमादि सुगुण वद्धमाण 4040 पास F कल्लाणकंद NART वंदे AWA TREN 3324 प्र अपार-संसार-समुद्द-पारं पत्ता सिवं दितु सुइक्कसारं । सव्वे जिणिदा सुर- विद-वंदा कल्लाणवल्लीण विसालकंदा ॥ कुंदिंदु-गोक्खीर- तुसार-वन्ना सरोजहत्था कमले निसण्णा । वाईसरी पुत्थयवग्गहत्था सुहाय सा अम्ह सया पसत्था ||

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