Book Title: Prakrit Vakyarachna Bodh
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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प्राकृत वाक्यरचना बोध
भांपण-झंपणी, पम्हाई फेफडा-फुप्फुसं (दे०) भूजा-भुआ, बाहू भौं-भुमया, भमुहा मज्जा-मज्जा मसा~-मसो मसडा---दंतवेट्ठो मांस--मंसं मुंह-वयणं, मुहं मुट्ठी-~-मुट्ठिआ, मुट्ठी मूंछ--आसरोमो लिंग---सिण्हो, सिण्हं वीर्य-वीरिओ, सुक्को सिर—मत्थओ, सिरं स्तन-थणो हड्डी---अत्थी (पुं) हथेली-करयलं हाथ-करो, पाणी, (पुं) हत्थो
शरीर विकार (पाठ ३१) अधोवायु (पादना)-वायनिसग्गो आंख का मैल-दूसिआ आंस-अंसं उच्छ्वास-ऊससि कान का मैल--किट्ट खांसी-खासिअं, कासितं खुजली--खज्जू (स्त्री) चक्कर-भमली छींक-छीअं जंभाई-जिभा, जिभिआ जीभ का मैल-कुलुअं. डकार-उड्डुओ (दे०) वांत का मेल-पिप्पिया (दे०). थूक-थुक्को
नाक का मैल-सिंघाणं नि श्वास-नीससि पसीना--सेओ, घम्मो मल----गृहं, मलं मूत्र-मुत्तं शरीर का मैल-जल्लं (दे०) श्लेष्म-खेलो हिचक्की-हिक्का, मुट्ठिक्का (दे०)
___ शस्त्रवर्ग (पाठ ६०, ६१) अंकुश-अंकुसो आरा-करकयो कटार-करवालिआ कुल्हाडी-कुहाडी, फरसू केची-कत्तिया गदा गया गुप्ति-करवालिआ चक्र---चक्को चाबुक-कसो छुरी-छुरिया टैंक-सत्थावरुहं (सं) ढाल-फलगो तलवार-असी () खग्गो तोप-सयग्घी (दे० स्त्री) घरट्टी त्रिशूल-तिसूलं दांती-लवित्तं धनुष-धणू पत्थर फेंकने का अस्त्र-गुंफणं पिस्तौल---गुलिअत्थं (सं). बंदूक-मुसुंढि (दे० स्त्री) बंब-फोडत्थं (सं) बाण-सरो भाला-कुतो मशीनगन--गुलिआजतं (सं)
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