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मिरक्त कोश
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विवक्षित अर्थ में मन का उपयोजन/नियोजन करना उपयोग है। ५०. उवक्कम (उपक्रम) उपक्रमणमुपक्रमः।
(स्थाटी प ३) उपक्रमण करना/समीप जाना उपक्रम है । ५१. उवयार (उपचार) उवचरणं उवचारः।
(निचू १ पृ २६) जो उपचरित होता है, वह उपचार है । ५२. उवरम (उपरम) उवरमणं उवरमो।
(आचू पृ १०८) किसी पदार्थ या वृत्ति से उपरमण करना/दूर होना उपरम
५३. उवलद्धि (उपलब्धि) उपलम्भनमुपलब्धिः ।
(बृटी पृ २५) जो प्राप्त होती है, वह उपलब्धि है। ५४. उववात (उपपात) उववज्जणमुववातो।
(नंचू पृ ६९) उपपतन जन्म उपपात है। ५५. उवसंपय (उपसम्पत्) उपसम्पादनमुपसम्पत् ।
(प्रसाटी प २२२) निकटता से आचरण करना उपसंपत् है । ५६. उवसम (उपशम) उवसमणं उवसमो।
(आचू पृ २२६) उपशांत होना उपशम है। ५७. उवालंभ (उपालम्भ) उपालम्भनं उपालम्भः।
(स्थाटी प २४६)
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