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१०. संजोयणा ( संयोजना ) संयोजनं संयोजना ।'
११. संणिहि (सन्निधि ) सन्निधानं सन्निधिः ।
संयुक्त करना संयोजना / आहार का एक दोष है ।
संग्रह है।
१२. संति (शान्ति) शमनं शान्तिः ।
( उच्च पृ १५६ )
जो सम्यक् प्रकार से निहित / संचित होती है, वह सन्निधि /
शमन करना शान्ति है ।
१९३. संधि (सन्धि )
सन्धानं सन्धिः ।
१४. संवर ( संवर)
संवरणं संवरः ।
संवरण / रुकावट करना संवर है ।
१५. संवास ( संवास )
संवसनं संवासः ।
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जिसमें दो को एक किया जाता है, वह संधि है |
साथ-साथ रहना संवास है ।
१६६. संसार (संसार)
संसरणं संसारः ।
है । १७. सण्णा (संज्ञा )
निरुक्त कोश
( प्रसाटी प २१३ )
संजाणं संज्ञा ।
( आटी प ७३ )
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( सूच १ पृ २४१ )
( आवहाटी १ पृ २१७ )
जिसमें संसरण / गमन - आगमन किया जाता है, वह संसार
( स्थाटी प ३०५ )
( स्थाटी प २६५ )
सम्यक् प्रकार से जानना संज्ञा है ।
१. उत्कर्षतोत्पादनार्थं द्रव्यस्य द्रव्यान्तरेण मीलनं संयोजना |
( आचू पृ ६ )
( प्रसाटी प २१३ )
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