Book Title: Jain Vidya 02 Author(s): Pravinchandra Jain & Others Publisher: Jain Vidya Samsthan View full book textPage 4
________________ महावीर पुरस्कार 1983 __ यह पुरस्कार जैनदर्शन के मूर्धन्य विद्वान् डॉ० पन्नालाल जैन साहित्याचार्य, सागर को उनकी कृति 'सम्यक्त्व चिन्तामणि' पर दिया गया है । यह पुस्तक वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, वाराणसी द्वारा सन् 1983 में प्रकाशित की गयी है। महावीर पुरस्कार 1984 दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी द्वारा संचालित जैनविद्या संस्थान (Institute of Jainology) का सन् 1984 का रुपये 5,000/- का "महावीर पुरस्कार"। 1982 से 1984 के मध्य प्रकाशित/अप्रकाशित हिन्दी, संस्कृत, अपभ्रंश अथवा अंग्रेजी में लिखित जैन साहित्य से सम्बन्धित किसी भी विषय की कोई भी रचना, चाहे वह पुस्तक हो या स्वीकृत शोध-प्रबन्ध 31 मई, 1985 तक आमंत्रित है। नियमावली तथा आवेदन-पत्र आदि प्राप्त करने के लिए 2/- रुपये का पोस्टल आर्डर निम्न पते पर आना चाहिये । डॉ. गोपीचन्द पाटनी संयोजक जैनविद्या संस्थान समिति जवाहरलाल नेहरू मार्ग एसबी 10, बापूनगर, जयपुर-302 004Page Navigation
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