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विषय-सूची हिन्दी-विभाग
. विषय
(१) भास्कर की वर्ष समाप्ति-कविता [ श्रीयुत पं० हरनाथ द्विवेदी] .... .... ११६ (२) अमरकीर्तिगणि-कृत षट्कर्मोपदेश
[श्रीयुत प्रोफेसर हीरालाल जैन एम० ए०, एल० एल० बी० ]... (३) विजयनगर साम्राज्य और जैनधर्म [श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री] ... १३२ (४) निसिधि के सम्बन्ध में दो शब्द [ श्रीयुत प्रो० ए० एन० उपाध्ये] ... (५) श्रीऋषभदेव भगवान के जीवनी के साधन ।
... [श्रीयुत मुनि हिमांशुविजय न्याय-काव्य-तीर्थ] ... १४० (६) सिलार रटुराज का नयासिलालेख और जैनधर्म [श्रीयुत बा० कामता प्रसाद जैन] १४७ (७) गत प्रथम एवं द्वितीय किरणों में प्रकाशित अपने लेखों के विषय में कुछ
विशेष वक्तव्य [श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री] ... ... १५२ (5) देवचन्द्रकृत राजावली कथा की विषय-सूची [श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री] १५४ (१) "श्रीबाहुबलि शतक" की समालोचना
[श्रीयुत प्रो० हीरालाल जैन एम० ए०, एल० एल० बी०] ... १५६ (१०) “RISABH-DEVA" की समालोचना
[श्री त प्रो० हीरालाल जैन एम० ए०, एल० एल० बी०] ... १६०
ग्रन्थमाला-विभाग(१) प्रशस्ति संग्रह [श्रीयुत पं० के० भुजबली शास्त्री] (२) प्रतिमा-लेख-संग्रह [श्रीयुत बाबू कामता प्रसाद जैन] (३) वैद्यसार [श्रीयुत सत्यन्धर आयुर्वेदाचार्य]
... JR..
अंग्रेजी-विभाग(1) RULES FOR ASCETICS IN JAINISM, BUDDHISM & HINDUISM
By S. C. Ghoshal, M.A.B.L., Saraswati, Kavyatirtha, Vidyabhusan, Bharati]
. . ... 67 (2) JAINA ART IN SOUTH INDIA (By Prof. Shripad Rama Sharma, M.A.] 83 (3) OPINIONS. (4) SELEOT CONTRIBUTIONS TO ORIENTAL JOURNALS.