Book Title: Jain Siddhant Bhaskar
Author(s): Jain Siddhant Bhavan
Publisher: Jain Siddhant Bhavan
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भास्कर
( भाग २
४७ राहत् शातीये-राजमल सेठ भा० सावाई पुत्र जगडू भा० शिव पुत्र सुराम सेठ (१६०६) .. ४८ लम्बकाञ्चुक-मूलसंधे-सा० चाङ्गदेव भा० ताण पुत्र लाल्हा भा० महादेवी (१४१२) ..
, -सा० मिण्डे भा० सोना पुख सा जल्लू भा० मना (१५२५ सं०) १० , -सहदेव+चम्पा = हेतदेव+मूला = लेखनदेव, पद्मदेव, धरमदेव, (१४१३)
--रावत-रावतप्रसाद पुत्र रावत सिरोमनि, चंडमारदुर्ग (१७३४), ५२ , - यदुवंशे-रपरिया गोत्र-छवीले - शंकर (१७६०) ५३ , -दिपौ + दूदा = सूर, खेमा, सालम, गैमा (१५२०) अंउली निवासी। ... .
, - रपरिया गोशे-मारसेन+जीवनदे=खरगसेन+वलको जयकृष्ण व मनसुख(१७६०) ५५ लंबेचू–उजागर (१५३४) ५६ , -यदुवंश - पचोलते गोत्र-सा भावते भा० हीरामनि पुत्र कन्हर, रमीले, लालसेन,
शिरोमणि, अतिवल (१७२२) १७ , -सिउलाल (१४७१) ५८ वाकुलिया गोत्र-प्रभसी पुत्र राजदेव (११०२) ५६ वरहिया कुले-सा० ल्हखे+कुसुमा = मलू+उदयश्री = लहण, छोटे व वीरसिंह (१५४५) . ६० संघई श्रीकृष्णदास (१७४६) ६. संघई अहिमनि (१९६२) ६२ श्रीमालवंश--मूलसंधे--सा० विहु (श्रीप्रतापचंद राज्ये (सं० १३४६) ६३ सा० लेखमल पुत्र भजनसिंह (१३३५) ६४ सा० सहरदा वमोहिक लल्लू, विलसी (१५२६) ६५ सा तेज पुत्र भोजादेव (१५३०) ६६ सा० खुरु पुत्र वीधा (१५४५) ६७ सा वीरपाल भर्या रमीवाई ६८ सा० पदारथ भा० जिवा पुत्र खेमकरण परमा (१६६६) ६६ सा० महत् भा० कान्हमती पुत्र सर्वत (१६०१) ७० सा० जीवराज पोपड़ीवाल (१५४८-१५४६) ७१ सा० लोणा (१५२५) । ७२ सा० भिमा माता गदा बीधा (१५४६) ७३ सा० विजयपोल-नागपाल (प्राचीन लिपि में) ७४ सा जिनदास काष्ठासंघे (१४७३) ७५ सा० रह पुत्र नानिग काष्टासंघे (१४१४)

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