Book Title: International Jain Conference 1985 3rd Conference
Author(s): Satish Jain, Kamalchand Sogani
Publisher: Ahimsa International
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महासती साध्वी मृगावती जी
महाराज
श्री वल्लभ स्मारक जनवरी २५, १९८५
प्रबन्धक
तृतीय अन्तर्राष्ट्रीय जैन कान्फ्रेंस
सादर धर्मलाभ।
दिल्ली में तीसरा अन्तर्राष्ट्रीय जैन सम्मेलन हो रहा है जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई। भगवान महावीर के अहिंसा, अनेकान्त, अपरिग्रह ये सार्वकालीन सिद्धान्त ही अशान्त एवं त्रस्त जीवों को शान्ति देने वाले हैं।
सम्मेलन पूर्णतया सफल हो यही शुभ कामना है ।
साध्वी मृगावती
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