Book Title: Haim Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Dineshchandra Kantilal Mehta
Publisher: Ramsurishwarji Jain Sanskrit Pathshala
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. नासिर
अरक्षयम्
| रक्षयै
૨૧ ૨
હૈમ સંસ્કૃત ધાતુ રૂપાવલી: ભાગ-૧
પહેલા ગણના પ્રેરક રૂપ ધાતુ | વર્તમાના | હ્યસ્તની | વિધ્યર્થ 'આજ્ઞાર્થ | સ્તની नम् ५.५. नमयामि अनमयम् नमयेयम् नमयानि नमयितास्मि __५.५. नामयामि अनामयम् नामयेयम् नामयानि नामयितास्मि मा.५. नमये अनमये नमयेय नमयै नमयिताहे
. नामये अनामये नामयेय नामयै नामयिताहे ५.५. पाठयामि अपाठयम् | पाठयेयम् पाठयानि पाठयितास्मि भा.प. पाठये अपाठये | पाठयेय पाठयै पाठयिताहे ५.५. पातयामि . अपातयम् | पातयेयम् पातयानि पातयितास्मि मा.५. पातये अपातये | पातयेय पातयै पातयिताहे ५.५. | रक्षयामि
रक्षयेयम् | रक्षयाणि रक्षयितास्मि मा.५. रक्षये अरक्षये रक्षयेय
रक्षयिताहे ५.५. भाणयामि अभाणयम भाणयेयम् भाणयानि भाणयितास्मि मा.५. भाणये अभाणये भाणयेय भाणयै | भाणयिताहे ५.५. वादयामि अवादयम् | वादयेयम् वादयानि वादयितास्मि मा.५. वादये अवादये | वादयेय
वादयिताहे ५.५. वासयामि अवासयम् वासयेयम् वासयानि
वासयितास्मि । मा.५. वासये अवासये वासयेय वासयै . वासयिताहे दह् ५.५. / दाहयामि अदाहयम् दाहयेयम् दाहयानि दाहयितास्मि मा.५. दाहये । अदाहये दाहयेय
दाहयिताहे खाद् ५.५./खादयामि अखादयम् | खादयेयम् | खादयानि खादयितास्मि खाद् मा.५. खादये अखादये | खादयेय खादयै खादयिताहे
५.५. आटयामि आटयम् | आटयेयम् आटयानि आटयितास्मि मा.५. आटये आटये आटयेय
आटयिताहे ५.५. अर्चयामि आर्चयम् | अर्चयेयम् | अर्चयानि अर्चयितास्मि मा.५. अर्चये आर्चये
अर्चयै अर्चयिताहे ५.५. चलयामि अचलयम् | चलयेयम् चलयानि चलयितास्मि ५.५. चालयामि
चालयेयम् |चालयानि चालयितास्मि मा.५. चलये अचलये चलयेय चलयै चलयिताहे चल् मा.५. चालये अचालये चालयेय चालय चालयिताहे चर् ५.५. चारयामि
अचारयम् चारयेयम्
चारयितास्मि चर् मा.५. चारये अचारये चारयेय
चारयिताहे
वादयै
दाहयै
आटयै
अर्चयेय
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अचालयम्
चारयाणि
| चारयै
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