Book Title: Gyansara
Author(s): Yashovijay Upadhyay, Bhadraguptasuri
Publisher: Vishvakalyan Prakashan Trust Mehsana

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Page 10
________________ सुकृत में सहयोगी 'ज्ञानसार' की इस हिन्दी-आवृत्ति में श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर टेंपल ट्रस्ट चिकपेट : बेंगलोर के ज्ञानखाते में से, श्री विश्वकल्याण प्रकाशन ट्रस्ट, मेहसाना को रु. ४० हजार का दान प्राप्त हुआ है। हम श्री संघ के कार्यकर्ताओं की श्रुतभक्ति की अनुमोदना करते हैं और हार्दिक धन्यवाद प्रदान करते हैं । ट्रस्टीमडल भाद्रपद शुक्ला वि. सं. २०४२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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