Book Title: Dighnikayo Part 4
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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दीघनिकाये सीलक्खन्धवग्गट्ठकथा
[क-क]
कामासवाति-१८२ कामूपसंहितानीति-२५१ कामेसुमिच्छाचारा-१९०,१९६ कामेसुमिच्छाचारं - २४७ कायकम्मवचीकम्मेन-१४९ कायकम्म-१४९ कायगताय-१० कायदुच्चरितादीनं-१३३ कायप्पटिपीळनलक्खणं-१०४ कायफस्सायतनं-१०६ कायबन्धनबद्धं - २२३ कायबन्धनं-४४,४५,१६७,१६८,२७२ कायवचीद्वारानं-६५ कायसक्खिं-१५७ कायसम्मतो-१५७ कायसंसग्गवसेन - २२० कायिकचेतसिकसङ्घातेन-२७० कायिकचेतसिकसुखं-१५० कायिकवाचसिककीळासुखञ्च - ९७ कायूपगानि-४४ कारणखणचित्तवेमज्झविवरादीसु-३५ कारपटिस्सावी-१३९ कारुञतं -१४४ कालयुत्तं-४५, २३१ कालवादी-७० कालसम्पत्तिं-३५ कालामोति-१७८ कालुसियभावो-२२२ कावेय्यन्ति-८४ कासिकोसलादीसु-२२६ काळकारामगोतमकसुत्तेसु-१११ काळतिलकवङ्गमुखदूसिपीळकादीनं-१८० काळमेघराजि - १९८ काळवल्लिमण्डपवासी-१५५,१५६ किकीव-५३ किच्चकारकसमापत्तीनं-२७७
किच्चपरियोसानं-२४४ किच्छजीवितकरो-२८७ कित्तिघोसो-२७४ कित्तिसद्दोति-१२२ किरियमनोधातु-१५८ किरियमनोविज्ञाणधातु-१५८ किरियमयचित्तानहि-१६५ किलमतोति-१३२ किलेसक्खयभावाय-१८२ किलेसन्धकारे -२०३ किलेसरजानं-१४८ किलेसो --१५४, १७४ किसवच्छतापसे-२१५ किसो-१३५ कुक्कुटसेट्ठि-२५६ कुक्कुटारामो-२५७ कुक्कुरो-२५६ कुच्छितो-११४ कुच्छिपरिहारिका-१६८ कुज्झनभावं-२०६ कुञ्चिकाय-१६३ कुटिलयोगो-७४ कुट्ठरोगो-२१० कुत्तकन्ति-७९ कुत्तवालाति-२२१ कुदालञ्चेव-२१८ कुन्नदियं -५५ कुमारकवादेन -६ कुमारिकपञ्हन्ति -८५ कुम्भट्ठानकथाति-८१ कुम्भथूणन्ति-७७ कुम्भिकळोपियो-२६४ कुम्भिमुखाति-२६४ कुम्मासेन-१७८ कुलकोटिपरिदीपनं-२३४ कुलपरिवट्टाति-२३८
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