Book Title: Dighnikayo Part 4
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 356
________________ [द-द] सद्दानुक्कमणिका [२५] दण्डकसञ्जी-२६३ दण्डकीरो-२१५ दण्डतज्जिता-२४२ दण्डप्पहाराति-२४४ दत्तुपञत्तन्ति-१३७ दधीति- २८४ दन्तकठ्ठच्छेदनवासि - १६७ दन्तखचितं -१०, १२, १३, १४ दन्तमयसलाकानि-२४३ दन्तवक्कलिका-२१८,२१९ दमिळकिरातसवरादिमिलक्खूनं-१४५ दलिद्दमनुस्सा- २४० दसनखसमोधानसमुज्जलं-१२२,१९२ दसपरिक्खारिकस्स-१६८ दसबलं-४१, २०५,२५१ दसवग्गपरिग्गहोति-२३ दसविधपटिकूलभावपच्चवेक्खणतो-१६३ दससहस्सिलोकधातुकम्पनं-१४,४६ दससंवट्टविवट्टकप्पानि-९२ दस्सनकिच्चं-१५८ दस्सनलक्खणं-६०, ६१ दस्सनविजहनट्ठानभूमियं-१९२ दस्सनविसयं-१९२ दस्सनीयोति - २२७ दानपारमिं-५७ दानसालाय-२४३ दानसीलादिवसेन -४६ दानसूरो-२४० दायकचित्तम्पि-२४० दायकोति-२४० दारुक्खन्धूपम-४९ दासब्याति-१७२ दासभावा-१७२ दासाति-२४२ दासिकपुत्ताति-१३१ दासिदासपटिग्गहणाति-७२ दासिपुत्तभावं-२१३ दासो-१४०, १७३, १७५, २१३, २४० दिट्ठधम्मनिब्बानवादा-८९,१०३ दिट्ठधम्मनिब्बानसम्पत्तिं-१०३ दिट्ठधम्मनिब्बानं -१०३ दिठ्ठधम्मसुखविहारसमयो-३३ दिट्ठधम्मिकसम्परायिकं-२३६ दिट्ठधम्मोति-१०३ दिट्ठसंसन्दना पुच्छा-६४ दिट्ठिकप्पो-९० दिट्ठिगतमहन्धकारं-११० दिट्ठिविनिवेठनकथा -२० दिट्ठिविसुद्धिया-६१ दिट्ठिवेदनं-१०७ दिट्ठिसम्पन्नो-१८९ दि8-२९,६२, ६४,२०८, २९६ दिन्नादायी-६७ दिब्बचक्खुको-१५६ दिब्बचक्खुजाणं- १८३ दिब्बचक्खुना-४३ दिब्बचक्खुवसेन-१८३ दिब्बनाटकं-१९४ दिब्बसोतजाणं-१८३ दिसा-५३, ५७, ५८, १५७, ३०५ दिसाडाहोति-८४ दिसामूळ्हस्स-१८५ दीघनिकायोति-२३ दीघप्पमाणानं-२३ दीघभाणका-१५ दीघमग्गन्ति-३५,१७३ दीघसङ्गीतियं-१४ दीघागमनिस्सितं-३ दीघागमो-३ दीघायुकदेवलोके - ९५ दीपङ्करपादमूलतो-१४३ दीपवासीनमत्थाय-२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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