Book Title: Dighnikayo Part 4
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 360
________________ [न-न] सद्दानुक्कमणिका [२९]] निक्खित्तधुरो- १५४ निमित्तं-५९, ८२,८८,२९३ निगण्ठानं-१९१ निमुग्गपोसीनीति-१७७ निगण्ठिगब्भाति-१३५ निम्माताति-९६ निगण्ठो-१२१ निम्मानरतिपरनिम्मितवसवत्तिनो-९७ निगमसामन्ते -२१८ निम्मितरूपव्हि- १७९ निग्गाथकसुत्ते-११० नियतोति-२५२ निग्घोसोति-१२६ निय्यानलक्खणं-६० निग्रोधो-७५,२६९ निय्यानिको-३०१ निघण्डुना-२०० निरत्थककिच्चं-४४ निच्चदानानीति-२४३ निरयं-८६,२१५, २९७ निच्चसनं-५९ निरामगन्धा-२२१ निच्चोति-९६ निरुज्झतीति-२७६ निज्झानं -२१ निरुत्ति-२००, २८४ निट्टितपच्छाभत्तकिच्चो-४५ निरुत्तिकुसलो-२८ नित्थुननसद्दोति-२३५ निरुदकं-१७३,३०४ निदस्सनाभावतो-२९४ निरोधकथं-२७४२७८ निदानकोसल्लत्थं-३ निरोधधम्मन्ति-२२४ निद्दिसितब्बधम्मप्पकासनं - २९ निरोधसमापत्ति-२७७,२७८ निधानवती-७१ निरोधानुपस्सनाय-५९ निप्फन्नोति-११५ निरोधोति-२७५ निबद्धचारिका-१९७, २२५ निरोध-२२४, २५३, २७४, २७५, २७८,२७९ निबद्धदानानि-२४३ निल्लोपन्ति-१३३ निब्बत्तिलक्खणं-६०,९३ निवासनपारुपनवसेन-१६१ निब्बसनानीति-४ निसिन्नेति-१६४ निब्बानधातुया-३,१५, ६२ निसीदनसाला-४२ निब्बानन्ति-९३ निस्सग्गियो-६५ निब्बानपरायनं - १४५ निस्सयपच्चयो-१५९ निब्बानाधिगमाय-२५३ निस्सरणत्था - २१,२२ निब्बानारम्मणं-१८६ निस्सरणन्ति - ९४,३०४ निब्बानं -१०३, १३९, १४५, १८१, १८२, १८६, | निस्सेणिं-२११ २५३,२८२, २९४ निहितदण्डो-६६ निब्बिदानुपस्सनाय-५९ नीचधम्मसमाचारानं-५६ निब्बिदायाति-२८० नीलकसिणं-५४ निब्बुद्धन्ति-७७ नीलाभिजाति-१३४ निमिजातके-१४७ नीलुप्पलसदिसानि-१९८ निमित्तकम्मादिवसेन-१६२,१६३ नीवरणकवाटं-५९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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